देहरादून (महानाद) : विकासनगर कोतवाली एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ रहने के चक्कर में अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। हत्या को एक्सीडेंट दिखाने के लिए आरोपियों ने उसके शव को मोटरसाईकिल सहित सहिया मार्ग पर जजरेड के पास खाई में फेंक दिया। पुलिस ने बृहस्पतिवारी को मामले का खुलासा करते हुए पत्नी सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मामले का खुलासा करतंे हुए डीआईजी/एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि विगत 13 फरवरी को इंद्रा देवी पत्नी संतराम निवासी ग्राम रताड़, पोस्ट बजऊ कालसी, हाल निवासी धनवंतरी अस्पताल, रसूलपुर ने अपने पति की गुमशुदगी दर्ज करवाते हुए बताया था कि उसका पति 12 फरवरी 2023 को काम के लिए हरबर्टपुर गया था, लेकिन वापस नहीं आया। जिसके बाद कोतवाली विकासनगर पुलिस इंद्रा देवी की तहरीर के आधारपर मुकदमा दर्ज कर संतराम की तलाश शुरू कर दी।
उसी दिन थाना कालसी पुलिस से सूचना मिली कि सहिया रोड पर जजरेड के पास एक एक्सीडेंट हुआ है। जहां 50 मीटर नीचे खाई से एक व्यक्ति का शव और 100 मीटर नीचे एक मोटसाईकिल मिली है। जांच के बाद शव की पहचान गुमशुदा संतराम के रूप में हुई। संतराम के परिजनों ने उसकी हत्या का शक जताया जिस पर पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों के साथ ही मोबाइल नंबरों की सीडीआर खंगाली और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
डीआईजी ने बताया कि सीडीआर जांच के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध नंबर मिला। जो वार्ड नंबर-2, आदर्श विहार, हरबर्टपुर के आशीष के नाम पर पंजीकृत था। इस नंबर की लोकेशन घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में मिली। संदेह के आधार पर पुलिस ने आशीष कुमार को कोतवाली बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने संतराम की हत्या करना कबूल लिया।
आशीष ने बताया कि उसका दोस्त मुकेश, संतराम की पत्नी इंद्रा देवी का प्रेमी है और इन दोनों ने ही मिलकर संताराम की हत्या की साजिश रची है। 12 फरवरी की शाम को मुकेश और इंद्रा देवी ने आशीष को इस साजिश में शामिल किया और संतराम को आशीष के घर बुला लिया। यहां मुकेश ने संतराम के सिर पर हथौड़े से वार कर दिया। जिससे संतराम की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद मुकेश और आशीष, संतराम के शव को मैजिक वाहन से लेकर सहिया मार्ग पर जजरेड के पास पहुंचे और यहां खाई में डाल दिया। हत्या को एक्सीडेंट दर्शाने के लिए तीनों फिर से घर आए और संतराम की मोटरसाईकिल को जजरेड के पास ले जाकर उसे भी खाई में डाल दिया।
बृहस्पतिवार को पुलिस ने इंद्रा देवी को उसके घर से और मुकेश निवासी तेलपुर, विकासनगर को बाईपास रोड, त्रिशला धर्मशाला जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही से हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा भी बरामद कर लिया गया।
इंद्रा देवी के प्रेमी मुकेश ने बताया कि उसकी इंद्रा देवी से आठ साल पहले जान-पहचान हुई थी। इसके बाद वह फोन पर बात करने लगे और आपस में प्यार हो गया। वे दोनों एक साथ रहना चाहते थे। लेकिन, संतराम के रहते यह संभव नहीं था। इसलिए दोनों ने संतराम को रास्ते से हटाने की ठान ली। मुकेश ने बताया कि वह हरबर्टपुर में कालसी रोड पर मैजिक वाहन चलाता है और मैजिक वाहन यूनियन का अध्यक्ष रह चुका है। आशीष यूनियन में एजेंट का कार्य करता है। इसलिए दोनों की काफी अच्छी दोस्ती है। घटना के दिन संतराम को आशीष के घर बड़ा ठेका दिलाने के नाम पर बुलाया था। जिसके बाद उन्होंने संतराम की हत्या कर दी।