आईजी कुमायूं रिधिम अग्रवाल पहुंची काशीपुर, बोलीं थाना प्रभारी खुद को न समझे बड़ा बाबू

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आईजी कुमायूं परिक्षेत्र रिधिम अग्रवाल काशीपुर पहुँची और एसएसपी मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राईम निहारिका तोमर, एसपी रुद्रपुर उत्तम सिंह नेगी, एसपी काशीपुर अभय सिंह सहित काशीपुर सर्किल के समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों व विवेचकों के साथ अपराध गोष्ठी कर आवश्यक निर्देश दिये।
– आईजी कुमायूँ परिक्षेत्र का पदभार ग्रहण करने के उपरान्त, रिधिम अग्रवाल ने अपनी प्राथमिकताओं का अनुपालन धरातल स्तर पर करवाने के लिए ‘बेसिक पुलिंसिग’ से की गोष्ठी की शुरुआत, दिखाये सख्त तेवर।
– थाना प्रभारी खुद को न समझें बड़ा बाबू, स्वयं भी निकले गस्त, पिकेट, पैट्रोलिंग चैकिंग हेतु, सिर्फ इतिश्री लूटने से नहीं चलेगा काम, बेसिक पुलिसिंग के सकारात्मक परिणाम धरातल पर दिखने चाहिए।
– महिला सम्बन्धी अपराधों में लापरवाही बरती तो थानेदार व विवेचक पर होगी कार्यवाही, महिला सम्बन्धी अभियोगों में केस ऑफिसर स्कीम के तहत प्रभावी कार्यवाही  करें, जिससे पीड़िता व उसके परिजनों को  श्रन्ैज्प्ब्म् क्म्स्प्टम्त्ल् ैल्ैज्म्ड के तहत त्वरित न्याया मिल सके ।
– पीडिताओं को मुआवजा दिलाये जाने हेतु पुलिस अपना सहयोग का हाथ बढ़ाये, पीड़िता को मुआवजे के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के सम्बन्ध जानकारी दें, जिससे पीड़िता व उसके परिजनो को त्वरित मुआवजा मिल सके।
– क्षेत्राधिकारियों को कड़े लहजे में निर्देशित किया कि यदि पुलिस मुख्यालय द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार विवेचनात्मक कार्यवाही नहीं हुई तो विवेचक के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जायेगी।
– विवेचना में लापरवाही बरतने वाले 4 विवेचकों व मालखाने में मालों का उचित अभिलेखीकरण न किये जाने पर मालखाना मोहर्रिर  के विरुद्ध दिये जाँच के आदेश
– विवेचकों की ली जमकर क्लास, थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि विवेचकों के साथ बैठककर करायें अभियोगों का गुण दोष के आधार पर सफल निस्तारण।
– क्षेत्राधिकारी आरोप पत्र/ अन्तिम रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित करने से पहले करें गहनता से अध्ययन।
– लम्बित आईटी एक्ट अभियोगों के निस्तारण न होने के लिए क्षेत्राधिकारी होगें जिम्मेदार, एसआर केसों से सम्बन्धित की गयी कार्यवाही की  मासिक रिपोर्ट रेंज को प्रेषित करेंगे।
– अपराधों की समीक्षा, नशे के विरुद्ध कठोर कार्यवाही व साईबर अपराध के मामलों में त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश।
– आईजी द्वारा सभी जवानों को टीम भावना के साथ जनसेवा को सर्वाेपरि रखते हुए कार्य करने लिये किया प्रेरित करने के निर्देश  दिये गये।
– साइबर अपराध की रोकथाम के लिये सभी थानों में जवानों को आधुनिक टेक्नोलॉजी से प्रशिक्षित किया जायेगा।
आज दिनांक 08-05-2025 को आईजी कुमायूं रिधिम अग्रवाल जनपद जनपद ऊधम सिंह नगर के सर्किल काशीपुर (काशीपुर, बाजपर, जसपुर, गदरपुर, केलाखेड़ा, दिनेशपुर) पहुंची। काशीपुर में सर्वप्रथम गार्द सलामी ली गई।
आईजी द्वारा बेसिक पुलिसिंग व थाना क्षेत्रान्तर्गत पुलिस की मौजूदगी दिखने हेतु रेंज स्तर पर अभियान चलाने, जिसमें रात्रि/सांयकालीन गस्त, पिकेट, पैट्रोलिंग चैकिंग के लिए निर्देशित किया गया है। विगत डेढ माह में देखने को आया कि चैकिंग के नाम पर थाना प्रभारियों द्वारा सिर्फ इतिश्री ली जा रही है, कोई सकारात्मक परिमाण देखने को नहीं मिल रहे हैं। समस्त थाना प्रभारियों को चेताते हुए निर्देशित किया कि वो खुद को बड़ा बाबू न समझें, वो भी थाने से बाहर निकलें, चैकिंग के सम्बन्ध में झूठी रिपोर्ट न भेजें। यदि भविष्य में स्पेशल टीम को चैकिंग के सम्बन्ध में कोई झूठी सूचना मिली तो सम्बन्धित थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी ।
समस्त थानों में दर्ज अपराधों, अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही एवं अपराधों के निस्तारण/ लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर उनका शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया।
’ विवेचना में लापरवाही बरतने पर थाना काशीपुर के 1, थाना आईटीआई के 2 व थाना गदरपुर के 1 विवेचक द्वारा विवेचनाओं का समय से निस्तारण न करने व लापरवाही बरतने तथा थाना आईटीआई में मालखाना मोहर्रिर द्वारा सही से मालों का अभिलेखीकरण न किये जाने के सम्बन्ध में जांच के आदेश दिये गये’
समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि जो अभियुक्त विदेश में है, उसकी गिरफ्तारी के लिए एमलेट की एसओपी का गहनता से अध्ययन कर सम्बन्धित प्रकरणों का प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह में सीबीसीआईडी को प्रेषित करें, एसपी काशीपुर अपने निकट पर्यवेक्षण में प्रस्ताव तैयार करायेंगे।
महिला सम्बन्धी अभियोगों में पीड़िता को मुआवजा दिलाने के लिए पुलिस अपना सहयोग का हाथ बढ़ाये। उन्होंने एसएसपी को निर्देशित किया कि आपके जनपद के किसी भी थाने में अभियोग पंजीकृत होते ही पीड़िता व उनके परिजनों को अवगत करायें। पुलिस  नियमानुसार सम्बन्धित न्यायालय को अपनी रिपोर्ट भेजे, पीड़िता को न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य है, सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित कर लें कि महिला सम्बन्धी अभियोगों में मुआवजे के लिए रिपोर्ट भेज दी गयी है, जिसकी सूचना आईजी को प्रेषित की जाये।
नाबालिगों/महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए वैधानिक कार्यवाही की जाये। जिन अभियोगों में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किये जा चुके हैं, उन अभियोगों की केस ऑफिसर स्कीम के तहत प्रभावी पैरवी करते हुए पीड़िता व उसके परिजनों को जस्टिस डिलवरी सिस्टम के तहत त्वरित न्याय दिलाया जाये ।
क्षेत्राधिकारियों को निर्देशत किया गया कि आरोप पत्र/ अन्तिम रिपोर्ट न्यायालय प्रेषित करने से पूर्व उसका भली भांति गहनता से अवलोकन किया जाये, यह सुनिश्चित किया जाये कि अभियोग से सम्बन्धि समस्त अभियुक्त हैं या नहीं। अभियुक्त कहीं और भी वांछित तो नहीं।
सभी थाना प्रभारियों को लम्बित ऑनलाइन/ऑफलाईन शिकायतों का निस्तारण, लम्बित माल मुकदमाती के निस्तारण, समन/नोटिस व वारंटों की शत प्रतिशत तामीली करने के लिये निर्देशित किया गया।
नशा तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिये नशे के विरुद्ध व्यापक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
सभी थाना प्रभारियों को नशा तस्करी करने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्यवाही कर उनको कठोर सजा दिलाने के लिये निर्देशित किया गया। साथ ही नशा तस्करों की सम्पत्ति की जांच करने और नशा बेचकर अर्जित की गयी सम्पत्ति पायी जाने पर सीज करने की कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया।
पर्यटन सीजन के दृष्टिगत यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने व पर्यटकों के साथ शालीनतापूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिये गये हैं।
सड़क दुर्घटनाओं में लगाम लगाने हेतु सभी थानाध्यक्षों/प्रभारी यातायात को ओवर लोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने वालों, रैश ड्राईविंग, यातायात नियमों का उल्लघंन करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही करने के कड़े निर्देश दिये गये।
साइबर अपराधों की रोकथाम के लिये सभी थानों में जवानों को आधुनिक टेक्नोलॉजी से प्रशिक्षित किया जायेगा।
समस्त बीट कर्मियों को लगातार अपने-अपने बीटों पर भ्रमण कर आपराधिक व अराजक तत्वों के विरुद्ध  निरोधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
रेंज स्तर से समय-समय पर चलाये जा रहे अभियानों का शत प्रतिशत पालन हो। वर्तमान समय में सत्यापन अभियान को प्रमुखता से लेते हुए कृत कार्यवाही से निर्धारित समयानुसार अनुपालन किया जाये।
सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि बाहरी व्यक्तियों (किरायेदार, नौकर, होटलों में कार्य करने वाले कर्मचारियो, फड़/रेड़ी, फेरी लगाने वाले आदि) के सत्यापन हेतु 15 दिवस का सघन अभियान चलाया जाये, जो बाहरी  व्यक्ति आनाधिकृत / अवैध रुप से रहकर सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, उनके पहचान पत्र, आधार कार्ड व उनके मूल स्थान से सम्बन्धित थाने का प्रारुपानुसार सत्यापन प्रमाण पत्र की जांच की जाये। यदि कोई व्यक्ति अवैध रुप से रह रहा है तो सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित कर उसके विरुद्ध यथोचित वैधानिक कार्यवाही की जाये
काशीपुर सर्किल अन्तर राज्यीय सीमाओं (उत्तर-प्रदेश) से लगा हुआ है, जिसमें कई बार अपराधी अपराध करने के फसस्वरुप उत्तराखण्ड आता है या उत्तराखण्ड से उत्तर प्रदेश जाता है इसलिए सीमावर्ती गैर राज्यीय जनपदों की पुलिस से बेहतर ताल -मेल रखा जाये जिससे इस प्रकार के अपराधियों के विरुद्ध कार्यावाही करने में मदद मिले।
आपरेशन सिंदूर के क्रम में गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पुलिस की मौजूदगी अधिक से अधिक बढायें, यदि कोई आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सिविल सोसाइटी, एनसीसी, एनएसएस व स्काउड एण्ड गाइड के साथ मिलकर मॉक ड्रिल करायी जाये, जिससे कार्यवाही हेतु रिस्पॉन्स टाइम का पता लगाया जा सके, साथ ही साथ और क्या- क्या सुधार किये जा सकते हैं।
एसडीआरएफ, फायर, पुलिस टेलीकॉम को संयुक्त रुप से थानों के साथ समन्वय स्थापित कर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये।

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