मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : यहां 108 एंबुलेंस के अभाव में एक महिला द्वारा नवजात शिशु को सड़क पर जन्म देने की शर्मनाक खबर सामने आई है।
बात है सल्ट के रिवाली ग्राम सभा की, जहां एक महिला ने सड़क पर ही नवजात शिशु को जन्म दे दिया। बता दें कि उत्तराखंड में 108 एंबुलेंस सेवा चल तो रही है लेकिन वह कब कहां खड़ी हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। हो सकता है मरीज गाड़ी में हो और वह रास्ते में ही खराब हो जाए। ऐसी लाचार और अपंग 108 एंबुलेंस के सहारे हमारी उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के स्वस्थ होने की बात करती है जबकि हकीकत यह है कि यहां चल रही 108 एंबुलेंस को खुद ही इलाज की जरूरत है।
ग्राम पंचायत रिवाली में एक महिला संगीता देवी को लगभग 9ः00 बजे प्रसव पीड़ा होने पर 108 एंबुलेंस के लिए कॉल किया जाता है लेकिन दो से ढाई घंटे तक भी एंबुलेंस महिला तक नहीं पहुंच पाती है और महिला सड़क पर ही नवजात शिशु को जन्म देती है, जबकि देवायल चिकित्सालय से ग्रामसभा रिवाली की दूरी महज 18 किलोमीटर होने पर भी ढाई घंटे मे भी कोई गाड़ी उपलब्ध नहीं हो पायी। बताया जा रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवायल की 108 एंबुलेंस सेवा 3 दिन से खराब पड़ी है।
प्रसव होने के बाद 102 खुशियों की सवारी के लगभग 11ः15 बजे पहुंचने पर महिला के परिजनों ने उसे अस्पताल ले जाने के लिए मना कर दिया और नाराजगी जताई। पीड़ित महिला के पति विनोद सिंह का कहना है कि क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं को देखने के लिए आशा वर्कर भी यहां उपलब्ध नहीं है। क्षेत्र में जो आशा वर्कर है वह रामनगर रहती है और ग्राम सभा में जितने भी प्रसव केस होते हैं या प्रसव से पहले जितनी भी जांचे होती हैं आशा वर्कर रामनगर रहने की वजह से नहीं देखती है।
वहीं डीपीओ अल्मोड़ा लोकेश जोशी से बात करने पर पता चला कि सल्ट क्षेत्र में 108 एंबुलेंस की 3 गाड़ियां खराब होने के कारण मरीजों को समय से गाड़ियां उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। जल्द ही तीनों गाड़ियों को दुरुस्त कर दिया जाएगा।