Uttarakhand News: प्रदेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिव मुख्यमंत्री/गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय को सचिव स्वास्थ्य एवं नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि फॉगिंग और अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे क्षेत्रों में लगातार सतर्कता अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को और गति दी जाए और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।
वहीं सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ राजेश कुमार ने इससे पहले सभी जनपदों को सुनियोजित रूप से अपने सभी वार्डों में नियमित रूप से फागिंग करने के निर्देश दिए तथा साथ ही ऐसे क्षेत्र जहां डेंगू के रोगी मिल रहे हैं वहां युद्ध स्तर पर डेंगू निरोधात्मक कार्यवाही, फॉगिंग तथा लार्वी साइड छिड़कने के निर्देश दिए। सभी जनपदों को निर्देशित किया गया कि वह निरंतर डेंगू रोगियों हेतु आरक्षित बेड़ो की निगरानी रखें तथा बेड की संख्या बढ़ाई जाने हेतु कार्य योजना तैयार करके रखें।
डेंगू उपचार दिशा निर्देशों के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों ने यह बताया कि हर डेंगू रोगी में प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं होती है व प्लेटलेट्स को लेकर किसी भी प्रकार के पैनिक की आवश्यकता नहीं है। प्लेटलेट की संख्या 10,000 से कम होने पर ही अथवा अन्य किसी चिकित्सकीय कारण के होने पर ही रोगी को प्लेटलेट देने की आवश्यकता होती है अन्यथा पूर्ण आराम वा प्रचुर मात्रा में तरल पेय पदार्थ के सेवन से रोगी स्वत ही ठीक होने लगते हैं।
सचिव स्वास्थ्य द्वारा सभी अधिकारियों को यह निर्देषित किया कि आपके जनपद मेें कार्यरत् निजी चिकित्सालय एवं चिकित्सक प्लेटलेट संख्या 20,000 से कम आने पर ही प्लेटलेट एफरेसिस या जम्बो पैक के लिए कहे। इस सम्बंध में दिषानिर्देष जारी कर दिये गये हैं जिसका अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाये। नगर निगम के अधिकारियों को यह भी निर्देषित किया गया कि अपने जनपदों में फॉगिंग कराना सुनिश्चित करें।