पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : तहसील में तैनात प्रभारी कानूनगो सुशील जुनेजा पर खसरे की नकल निकलवाने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने प्रभारी कानूनगो सुशील जुनेजा को सस्पेंड करने की मांग को लेकर जसपुर तहसील कार्यालय के सामने धरना दिया।
मंडी समिति स्थित तहसील कार्यालय के सामने कांग्रेस विधायक आदेश चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के एक किसान से खसरे की नकल देने के लिए रिश्वत मांगने पर प्रभारी कानूनगो सुशील जुनेजा के खिलाफ नारेबाजी कर धरना-प्रदर्शन किया और कानूनगो के विरुद्ध कार्रवाई कर उसे सस्पेंड करने की मांग की।
इस दौरान विधायक आदेश चौहान ने बताया कि किसान रफीकउद्दीन को खसरे की नकल न देने पर ग्राम रायपुर के प्रधान कमरुद्दीन उसके साथ प्रभारी कानूनगो सुशील जुनेजा से मिलने गए और उनसे खसरे की नकल देने का अनुरोध किया जिस पर अपने आप को प्रभारी कानूनगो का अतिरिक्त चार्ज बताते हुए जुनेजा ने टाल – मटोल करनी शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कानूनगो ने 6 अप्रैल को ही ग्राम शिवराजपुर के किसान सुरेश सिंह से एक हजार रुपये लेकर खसरे की नकल बनाकर उसको दी थी। इसके बावजूद भी वह उनको इधर-उधर की बात कर टाल रहा था। जब काफी देर हो गई तो कानूनगो ने ग्राम प्रधान कमरुद्दीन से कहा कि एक हजार दे दो तो मैं अभी खसरे की नकल बनाकर आपको दे दूंगा । इस बात की शिकायत ग्राम प्रधान ने जब उनसे (विधायक) की तो वह तहसीलदार पूनम पन्त से मिले और तहसील परिसर से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के एवम् प्रभारी कानूनगो सुशील जुनेजा द्वारा किसान से खसरे की नकल देने के लिए एक हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत की। साथ ही प्रभारी कानूनगो के विरुद्ध तहसील के सामने धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
विधायक ने कहा कि इससे पूर्व भी वर्ष 2018 में उक्त प्रभारी कानूनगो गदरपुर में पटवारी के पद पर तैनात रहते हुए विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ कर जेल भेजा था। यह कानूनगो कई बार भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचारी प्रभारी कानूनगो के खिलाफ उच्च कार्यवाही नहीं की जाती तो वह आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अफसर शाही हावी हैं। छोटे से लेकर बड़ा अधिकारी तक कोई सुनवाई नहीं कर रहा। अधिकारियों द्वारा प्रदेश में एक जनप्रतिनिधि विधायक की कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो आम जनता की क्या सुनवाई होगी।
आपको बता दें कि जसपुर तहसील में विधायक आदेश चौहान द्वारा कानूनगो के साथ उनके कार्यालय में जाकर अभद्र व्यवहार और गाली गलौच करने का मामला सामने आया था। जिसके बाद कानूनगो ने कोतवाली में तहरीर देकर विधायक आदेश चौहान और उनके कार्यकर्ताओ के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। जसपुर तहसील में कानूनगो पद पर कार्यरत सुशील जुनेजा ने विधायक आदेश चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कुछ पटवारी हड़ताल पर चल रहे हैं। तहसीलदार जसपुर द्वारा मुझसे जाति, स्थाई और अन्य कागज बनाने का काम दिया गया है। पिछले 3 दिनों से छुट्टी चल रही थी, एक आदमी तीन दिन पहले खसरा बनाने के लिए आया था। तीन दिन की छुट्टी होने के बाद आज आफिस खुला जिसके बाद उन्हें खसरा दे दिया गया। जिसके एक घंटे बाद विधायक ने अपने समर्थकों के साथ उनके आफिस आकर गाली गलौच एवम् अभद्र व्यवहार किया और सरकारी दस्तावेज फाड़ दिए साथ ही बदतमीजी भी की। प्रभारी कानूनगो ने उक्त हादसे के बाद खुद को मानसिक रूप से पीड़ित बताया।
सीओ वंदना वर्मा एवम् एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि उक्त मामले में जांच कर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।