आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : दहेज उत्पीड़न के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने तहरीर के आधार पर आधा दर्जन लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। दहेज उत्पीड़न के दोनों ही मामले काउंसलिंग के बाद पंजीकृत किए गए हैं।
शिवलालपुर डल्लू कुंडेश्वरी निवासी राजेंद्र सिंह नेगी की पुत्री शांति बिष्ट ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 6 मई 2019 को उसका विवाह पुष्प विहार, तनु वाला, देहरादून निवासी जयदीप सिंह बिष्ट पुत्र सतपाल सिंह बिष्ट के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ था। इस दौरान उसके परिजनों ने अपनी सामथ्र्य के अनुसार दान दहेज दिया था लेकिन शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुरालियों द्वारा दहेज की खातिर उसे बुरी तरह प्रताड़ित किया जाने लगा।
पीड़िता ने बताया कि उसका पति जयदीप बिष्ट, ससुर सतपाल बिष्ट, सास कमला, देवर प्रदीप और ननद शशि दहेज की खातिर अक्सर उसके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। उत्पीड़न की इंतहा करते हुए उसके पति ने उसे देहरादून में अलग कमरा लेकर दे दिया और खुद माता पिता के साथ रहता था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसके 6 माह का एक बच्चा है। डिलीवरी के समय समुचित देखभाल न होने के कारण उसे बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा। 20 फरवरी 2022 को उसके लोभी पति ने दहेज की खातिर उसे मायके में छोड़ दिया। इसके बाद से पीड़िता लगातार मायके में रह रही है।
मामले में पुलिस ने उपरोक्त सभी आरोपियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच ाुरु कर दी है।
वहीं, कुंदन सिंह कॉलोनी, मानपुर रोड निवासी मोनिका पत्नी लोकेद्र सिंह ने बताया कि ग्राम धारकोट, पांवों, जिला पौड़ी गढ़वाल निवासी लोकेद्र शादी के बाद से लगातार उसके साथ अत्याचार कर रहा है। 21 अगस्त 2022 को उसके द्वारा महिला हेल्पलाइन में मामले की तहरीर दी गई थी लेकिन कार्यवाही शिथिल होने के कारण पति लगातार उसका उत्पीड़न करता रहा। पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि उसका पति अक्सर मोबाइल पर चोरी-छिपे गैर महिलाओं से चैटिंग करता है। विरोध करने पर इस बात को लेकर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की जाती है।
मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी पति के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।