बरेली/काशीपुर (महानाद) : सर्राफा कारोबारी से बरेली में ब्याही काशीपुर की बेटी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम की जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
बता दें कि श्यामगंज की आंचल कॉलोनी निवासी नीतेश अग्रवाल की आलमगीरीगंज में सर्राफे की दुकान है। आंचल कॉलोनी में वह अपनी पत्नी निकिता, सात वर्षीय बेटे दक्ष और पांच वर्षीय बेटी धरा के साथ रहते हैं। रविवार को नीतेश रोज की तरह दुकान गये थे। शाम के लगभग पांच बजे उनकी पत्नी निकीता ने अपने दोनों बच्चों को दुकान पर भेज दिया। शाम लगभग 7.30 बजे दीपक घर लौटा तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने डोरबेल बजाई, आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला तो उसने फोन करके नीतेश को इसकी सूचना दी। जिसकं बाद नीतेश घर पहुंचे और डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोलकर अंदर पहुंचे तो देखा कि कमरे में पंखे में बंधे दुपट्टे के सहारे निकिता का शव लटक रहा था। बेड पर पास ही एक पीढ़ा रखा था, जिसे उन्होंने निकिता के पैरों के नीचे लगाया कि शायद वह जीवित हो तो कुछ सहारा मिल जाए। मगर कोई हलचल न देखकर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही बारादरी इंस्पेक्टर नीरज मलिक, श्यामगंज चौकी इंचार्ज अजय शुक्ला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल के बाद उन्होंने फोरेंसिक टीम को बुलाया। फोरेंसिक टीम ने भी काफी देर तक घर की तलाशी लेकिन वहां से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला। नीतेश से निकिता के खुदकुशी करने का कारण पूरा गया लेकिन उन्होंने सबकुछ ठीक होने की बात कही। हालांकि उनके एक रिश्तेदार ने जरूर कुछ तनाव में रहने की बात कही लेकिन नीतेश ने इससे इनकार कर दिया।
वहीं काशीपुर में निकिता के मायके वालों हरि फ्लोर मिल के मालिक हरिओम अग्रवाल को इसकी सूचना दी गई जिस पर वे रात्रि करीब 10.30 बजे निकिता की ससुराल पहुंच गए। निकिता के पिता ने नीतेश से कोई बात नहीं की। जब नीतेश ने उनसे बात करने की कोशिश की तो वे नाराज हो गए। निकिता ने आत्महत्या क्यों की अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है।