काशीपुर : तो इस वजह से हुई थी पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी की हत्या

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : पुलिस ने पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी की हत्या का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मामले का चाुलासा करते हुए एसपह अभय सिंह ने बताया कि कल दिनांक 03.05.2023 को मौ. कानून गोयान निवासी करन शर्मा ने कोतवाली काशीपुर को सूचनादी कि उनके मौहल्ले में ही रहने वाला टेक चन्द्र पुत्र अमरनाथ उनके घर आया और उसके पिता पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी से बातचीत के दौरान प्लॉट के लेने-देने के सम्बन्ध में झगड़ा करते हुये कहने लगा कि मैं तुझे जान से मार दूंगा और चला गया। उसके थोड़ी देर बाद उनके पिता अपनी मोटर साईकिल से अपने आफिस की तरफ चले गये जहां पहले से घात लगाये टेक चन्द्र ने एक दम से उनके पिता विपिन शर्मा के ऊपर फावड़े से तेजी से वार करने शुरू कर दिये, जिससे उसके पिता की मौके पर ही मृत्यु हो गयी।

एसपी ने बताया किकरन शर्मा की तहरीर केआधार पर कोतवाली में टेक चन्द्र के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं टेक चन्द्र मय फावड़े के कोतवाली में पहुंच गया और उसने कहा कि उसने पूर्व पार्षद विकपन शर्मा की हत्या कर दी है। जिस पर टेक चन्द्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान टेक चन्द्र ने बताया कि मैं आम-अमरूद्ध के बागों का ठेका लेता हूं। मुझे अपने जानवर पालने के लिये घर के पास जमीन की जरूरत थी, मेरे घर के पास खाली प्लॉट था, जिसे हमारे वार्ड का पूर्व मेम्बर विपिन शर्मा उर्फ पप्पी अपना बताता था। मैंने पप्पी मेम्बर से प्लॉट खरीदने की बात कही तो वह राजी हो गये और मोलभाव के हिसाब से 800 रुपये स्क्वायर फिट से बात पक्की हो गयी। वह प्लॉट लगभग 1348 स्क्वायर फिट है जिसका कुल हिसाब 10 लाख 25 हजार रुपये में हो गया। जिस पर मैंने बयाने के तौर पर 50 हजार रुपये भी दे दिये, उसके बाद लगभग दो लाख रूपये दे दिये।

टेक चन्द्र ने बताया कि बयाना लेनेके बाद पप्पी मेम्बर ने बताया कि उक्त प्लाट मेरे नाम पर नहीं है। यह प्लाट जसपुर क्षेत्र की महिलाओं के नाम पर है। तब मेरे द्वारा उन महिलाओं को बुलाने के नाम पर पप्पी मेम्बर ने मेरी चैक बुक से 2-2 लाख रुपये के तीन चैक अपने पास रख लिये। वहीं, जब महिलाओं ने कहा कि हमें पैसे जल्दी चाहिये तो मैंने 3-3 लाख रुपये उन महिलाओं के खाते में डाल दिये, जिसके बाद उक्त प्लाट की रजिस्ट्री मेरे नाम हो गयी। उसके बाद तीन चैकों में से पप्पी मेम्बर ने दो चैक तो मुझे वापस कर दिये लेकिन एक चैक अपने पास रख लिया।
टेक चन्द्र ने बताया कि तब से उस चैक के नाम पर पप्पी मेम्बर मुझे हमेशा टार्चर करता था कि उक्त चैक लेकर थाने जाऊंगा तथा तुझे कोर्ट में रगड़ दूंगा, जिससे मेरी परेशानी बढ़ती जा रही थी। पप्पी मेम्बर के ज्यादा दबाब देने पर मैंने उसके घर जाकर 3 दिन पहले ही उसे 19 हजार रुपये दिये।

टेक चन्द्र ने बताया कि दिनांक 03.05.2023 को धनौरी स्थित अपने खेत में काम करके मैं अपनी मोटर साईकिल से वापस लौट रहा था। मेरी मोटर साईकिल में फावड़ा टंगा हुआ था। तब कानूनगोयान मौहल्ले में पहुंचने पर पप्पी मंम्बर ने मुझे रोक लिया और कहने लगा कि मेरे पैसे आज ही दे दे, नहीं तो उस चैक को कोर्ट में लगाकर जेल भिजवाता हूँ। तभी हम दोनों मे झगड़ा हो गया, तब पप्पी मेम्बर से वह चैक छीन कर मैं अपने घर की तरफ भाग गया तथा रास्ते में उस चैक को फाड़कर फेंक दिया। तभी पीछे से पप्पी मेम्बर भी आ गया। पप्पी मेम्बर ने मेरी जिन्दगी नरक बना दी थी। मैंने पप्पी मेम्बर के साथ मारपीट की, जिससे वह नीचे गिर गया। मेरा शरीर गुस्से से कांपने लगा, मुझे कुछ नहीं समझ में नहीं आया और मैंने मोटर साईकिल में टंगा फावड़ा निकाल कर पप्पी मेम्बर पर ताबड़तोड़ वार कर दिये जिससे तड़प तड़प कर मौके पर ही मर गया।

पुलिस ने हत्यारोपी के कब्जे से आला ए कत्ल फावड़ा तथा घटना में प्रयुक्त मोटर साईकिल को बरामद कर लिया।

पुलिस टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई नवीन बुधानी, विनोद जोशी, अशोक कांडपाल, धीरेन्द्र सिंह परिहार, संतोष देवरानी, दीपक जोशी, कंचन पड़लिया, कां. गौरव सनवाल, सुरेन्द्र सिंह, मनोज कुमार, प्रेम सिंह कनवाल तथा गिरीश मठपाल शामिल थे।

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