कानपुर (महानाद) : क्राइम ब्रांच तथा नौबस्ता पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को फेसबुक पर दोस्ती कर युवकों को ब्लैकमेल करने वाले गैंग के एक सदस्य मौ. इरफान (32 वर्ष) निवासी मेवात, हरियाणा को यशोदा नगर बाईपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। इरफान ब्लैकमेलिंग की रकम वसूलने कानपुर आया था।
मामले में जानकारी देते हुए नौबस्ता थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बताया कि हंसपुरम निवासी एक व्यक्ति ने तहरीर देकर बताया था कि फेसबुक के जरिये उसकी दोस्ती प्रिया कुमारी नाम की महिला से हुई और फिर फेसबुक मैसेंजर से आपस में बातचीत शुरू हुई। फिर दोनों में व्हाट्सएप नंबर का आदान-प्रदान हुआ था। जिसके बाद उसके नंबर पर वीडियो कॉल आई। जब उसने कॉल रिसीव की तो दूसरी तरफ एक युवती अश्लीलता कर रही थी। युवती ने उसे भी अपने कपड़े उतारने को कहा और जब वह नग्न हो गया तो उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।
पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद वह युवती उसे ब्लैकमेल कर पैसे मांगने लगी। उसने बदनामी के डर से उसके खाते में 500 रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन इसके बाद भी उसने उसे ब्लैकमेल करना बंद नहीं किया। जिसके बाद उसने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर नौबस्ता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी और वह ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह तक पहुंच गई। जिसके बाद जाल बिछाकर ब्लैकमेलिंग की रकम वसूलने कानपुर आये हरियाणा के मेवात निवासी शातिर मौहम्मद इरफान को गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल से 78 से ज्यादा पुरुषों के नग्न वीडियो तथा 1000 से ज्यादा तस्वीरों के साथ ही 42 लोगों से चैटिंग के सबूत मिले हैं।
जांच में पता चला के इरफान में अलग-अलग नाम से एक-दो नहीं सैकड़ों फेसबुक अकाउंट बना रखे थे। उसने लोगों को आकर्षित करने के लिए छात्रा, महिला प्रोफेशनल्स और नौकरीपेशा महिलाओं व लड़कियों के नाम से अकाउंट बना रखे थे। फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते ही तस्वीरें देखकर लोग उसके झांसे में आ जाते और और फिर ठगी का खेल शुरू हो जाता था। इस रैकेट को हरियाणा के मेवात में रहने वाले 5 युवक चला रहे थे। अगर कोई इनके झांसे में आ जाता तो उसको पहले यूट्यूब अधिकारी बनकर और फिर क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर डराकर वसूली करते थे।
थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि इन शातिर ठगों ने केरल के कोच्चि में फर्जी नाम, पते पर बैंक में खाता खुलवा रखा है। इसके साथ ही फर्जी आईडी पर एक्टिवेट सिम का इस्तेमाल कर अब तक ये ब्लैकमेलिंग के जरिए हजारों लोगों को ठग चुके हैं। गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में क्राइम ब्रांच और नौबस्ता थाना पुलिस दबिश दे रही है।