रुद्रपुर (महानाद) : जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशाओं को सम्मानित एवं प्रोत्साहित करने हेतु स्थानीय होटल में आशा सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होने आशा कार्यकत्रियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई व शुभकामना दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिये बल्कि उनका हिम्मत से मुकाबला करना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक की अपनी जिम्मेदारी होती है जिसे ईमानदारी से निभाना चाहिये। जिस तरह से कोरोना काल में सभी ने अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई है उसमे आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की अहम भूमिका रही है। उन्हांेने कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार दें ताकि बच्चे बुरे और अच्छे की पहचान कर सकें। महिलाओं को सम्मान देना व बड़ों को आदर देना, इस प्रकार कि शिक्षा दें। हमारा समाज आज बहुत आगे बढ़ रहा है किन्तु फिर भी कुछ लोगों के कारण कई अप्रिय घटनाऐं घट रही हैं उसको रोकने के लिए हर व्यक्ति को प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर की महिलाएं किसी से भी कम नहीं हैं। यही वजह है कि हर क्षेत्र में महिला आगे है। उन्हांेने कहा कि महिलाएं अपनी जिम्मेदारी के साथ-साथ हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर आशा ब्लाॅक कोर्डिनेटर सितारा देवी को प्रथम पुरस्कार पांच हजार रूपये का चैक व स्मृति चिन्ह, जानकी देवी को द्वितीय पुरस्कार तीन हजार व तृतीय पुरस्कार शशिबाला को एक हजार रूपये व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। आशा फैसिलेटर आशा बत्रा को प्रथम पुरस्कार के रूप में पांच हजार रूपया, द्वितीय पुरस्कार सपना विश्वास को तीन हजार, तृतीय पुरस्कार बीला देवी को एक हजार की धनराशि व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. डीएस पंचपाल, सांसद प्रतिनिधि अतुल जोशी, एसीएमओ डाॅ. हरेन्द्र मलिक, (सेनि0) एसीएमओ डाॅ. उदय शंकर सहित आशा कार्यकर्तियां उपस्थित थीं।