विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : थाना आईटीआई पुलिस ने पैगा क्षेत्र में मोस्ट वांटेड बदमाश फुरकान का एनकाउंटर करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। फुरकान पर बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर व जनपद उधम सिंह नगर में डकैती, लूट ,चोरी, हत्या के प्रयास और गैंगस्टर जैसे जघन्य धाराओं में 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
आपको बता दें कि थानाध्यक्ष कुन्दन सिंह रौतेला कां. दीपक चन्द्र, राजेश भट्ट, एएसआई सोमवीर सिंह के साथ पैगा क्षेत्र में गश्त कर रहे थे कि मुखबिर ने सूचना दी कि मोस्ट वांटेड बदमाश फुरकान पूर्व में की गई लूट की छिपाई गई रकम को लेकर गुलड़िया की तरफ से काशीपुर रोड की तरफ आ रहा है। जिस पर उन्होंने गुलडिया रोड पर बहल पेपर मिल को जाने वाले कच्चे रास्ते के पास पक्की सडक पर सरकारी वाहन को रोड किनारे खडा कर वाहन/संदिग्धों की चेकिंग शुरु की। इस दौरान एसओजी में नियुक्त दीवान सिंह बिष्ट, ललित कुमार, राजेन्द्र कश्यप, प्रवीण गोस्वामी, चालक नीरज भोज भी वहां आ गये।
कुन्दन सिंह रौतेला ने बताया कि सुबह के लगभग 5.55 बजे मानपुर दत्त की तरफ से एक मोटर साईकिल आती दिखाई दी। उसे रुकने का इशारा किया तो मोटरसाईकिल चालक ने एक दम तेजी से मोटर साईकिल को मोड़कर भागने का प्रयास किया, जिस पर वह बहल पेपर मिल को जाने वाले कच्चे रास्ते, ढाल पर खेत में जाकर गिर पडी और मोटर साईकिल में बैठा व्यक्ति बहल पेपर मिल की तरफ भागने लगा। जब उन्होंने पुलिस बल के साथ उसका पीछा किया तो उसने तमंचे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई जो उसके दाहिने पैर के पिण्डली में जाकर लगी। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम फुरकान (35 वर्ष) पुत्र इदरीश निवासी पतिया नगला, थाना भगतपुर, जनपद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश उम्र 35 वर्ष बताया।
फुरकान के पास से एक तमंचा 315 बोर तथा 17 हजार 100 रुपये बरामद हुए। उसने बताया कि ये रुपये मैंने अपने साथियों के साथ गुलड़िया से लगभग एक माह पहले एक घर से लूटे थे। मेरे साथी अफजलगढ़ में पकडे गये हैं। मै आज वकील साहब से सम्पर्क करने के लिये रुपये लेकर जा रहा था। बाकी रूपये हमने आपस में बांट लिये थे। इसके बाद उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल, काशीपुर में भर्ती कराया।
मौके पर पहुंचे एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बदमाशों को चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अपराधी उत्तराखंड को शरणगाह समझने की भूल न करें। उनका अंजाम फुरकान की तरह ही होगा।