नरेन्द्र नगर (महानाद) : किसी भी समाज में बच्चे आज का भविष्य तथा आने वाले कल का वर्तमान होते हैं। ऐसा माना जाता है कि छोटी उम्र में बच्चे अपने द्वारा किये गये कार्यों के परिणामों को पूरी तरह समझने में असमर्थ होते है और परिस्थितियों के कारण या फिर अनजाने में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो जाते हैं। अतः ऐसे बच्चों के साथ वयस्कों की तुलना में अलग तरीके से व्यवहार एवं साथ ही साथ उनके पुनर्स्थापन व उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के भी प्रभावी प्रयास आवश्यक हैं।
इसी मंशा के साथ ऐसे बच्चों को सुधारने एवं उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के उद्देश्य से डीजीपी उत्तराखण्ड के निर्देशन में एसएसपी टिहरी गढ़वाल तृप्ति भट्ट द्वारा थाना नरेन्द्र नगर परिसर में एक बाल मित्र पुलिस थाने का उद्घाटन किया गया। इस बाल मित्र थाने में बच्चों को घर जैसा परिवेश उपलब्ध कराने के लिए पुलिस द्वारा वॉल पेन्टिग, खेल-खिलौने, रंग-बिरंगी कुर्सी-मेज के अलावा टेबल टेनिस, स्किपिंग रोप, व्यायाम करने के उपकरण आदि का इन्तजाम किया गया है ताकि इसमें आने वाले किसी भी बच्चे के मन में पारम्परिक थाने में आने की भावना उत्पन्न न हो।
बता दें कि इस बाल मित्र पुलिस थाने का आरम्भ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की गाईडलाईन के अनुसार ‘उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ के सहयोग से डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार के निर्देशन में किया गया है। अभी इस प्रकार के थाने प्रदेश के सभी जनपदों में प्रारम्भ किये जाने प्रस्तावित हैं।
बाल मित्र थाने के उद्घाटन के मौके पर एसएसपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि किसी भी अपराध में लिप्त होने वाले जनपद के नाबालिग बच्चों के लिए इस बाल मित्र थाने का शुभारम्भ किया गया है। जिसका उद्देश्य यहां आने वाले ऐसे बच्चे जो आपराधिक गतिविधियों में फंस जाते है, को सुधारना है। यहां पर आने वाले बच्चों को बहुत ही ज्यादा सौहार्द के माहौल के साथ-साथ उन्हे भविष्य में अपराधों से दूर रखने के लिए बेहतर काउंसलर द्वारा बिना किसी डर व भय के प्यार से उनकी काउंसलिंग भी की जाएगी जिससे अपराध की प्रवृत्ति पर भी प्रभावी रोक लगाने में सहायता मिलेगी।
इस मौके पर सीओ नरेन्द्र नगर रविन्द्र चमोली, कोतवाल नरेन्द्र नगर प्रदीप पन्त, एसएसआई हिमानी पंवार, धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्र नगर एवं राजकीय कन्या इण्टर कॉलेज के छात्र-छात्राऐं आदि उपस्थित रहे।