विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : दिनांक 20 फरवरी 2025 को अनमोल फाउंडेशन द्वारा अनमोल स्पेशल स्कूल, काशीपुर कैंपस (ब्राह्मण सभा) में राष्ट्रीय स्तर की सीआरई वर्कशॉप का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. नवप्रीत कौर (सहोता हॉस्पिटल, काशीपुर), विशिष्ट अतिथि मीनाक्षी चौहान (सदस्य, राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड, उत्तराखंड), तथा विक्रांत चौधरी (आईजीएल कंपनी, काशीपुर) ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में डॉ. नवप्रीत कौर ने अर्ली इंटरवेंशन (शीघ्र हस्तक्षेप) की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि समाज में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शीघ्र पहचान कर उन्हें उचित केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता आवश्यक है। विक्रांत चौधरी ने दिव्यांग बच्चों में होने वाली समस्याओं की रोकथाम हेतु जनसहयोग की अपील की एवं अपने स्तर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में दिनेश मठपाल (डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर, बेस हॉस्पिटल, हल्द्वानी) ने ‘अर्ली डिटेक्शन एंड रिकॉग्निशन ऑफ डेवलपमेंटल डिले’ व विभिन्न दिव्यांगताओं विषय पर पीपीटी प्रेजेंटेशन दिया।
द्वितीय सत्र में सतीश चौहान (नोडल अधिकारी, डीआरसी, उधम सिंह नगर) ने ‘टाइमली इंटरवेंशन इंट्रोडक्शन टू अर्ली आइडेंटिफिकेशन ऑफ डिसएबिलिटीज’ पर जानकारी दी।
तृतीय सत्र में दीपिका अग्रवाल (कोऑर्डिनेटर) ने ‘स्क्रीनिंग टूल्स व डिसेबिलिटी आइडेंटिफिकेशन टूल्स’ पर चर्चा की।
चतुर्थ सत्र में पुष्पक कुमार (ऑडियोलॉजिस्ट) ने ‘कम्युनिकेशन डिसऑर्डर एवं स्पीच इश्यूज की अर्ली आइडेंटिफिकेशन’ पर प्रकाश डाला।
पाँचवें सत्र में पूनम सिंह (काउंसलर, केंद्रीय विद्यालय, देहरादून) ने ‘लीगल एवं एथिकल नॉलेज -राइट्स एंड पॉलिसीज’ विषय पर व्याख्यान दिया।
अंतिम सत्र में मीनाक्षी चौहान के दिशा निर्देशन में प्रतिभागियों द्वारा पूरे दिन की गतिविधियों पर चर्चा एवं फीडबैक लिया गया, जिसमें गूगल फॉर्म के माध्यम से प्रश्नोत्तरी कराई गई।
यह तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की सीआरई वर्कशॉप ‘अर्ली आइडेंटिफिकेशन एंड एसेसमेंट ऑफ डिसएबिलिटीज इन चिल्ड्रन – टूल्स, टेक्निक्स एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज’ विषय पर केंद्रित है।