सलीम अहमद
रामनगर (महानाद): रामनगर के 45 गांवों के लोगों का अब कोई प्रमाणपत्र नहीं बनेगा। रामनगर तहसील के लेखपालों ने अतिरिक्त क्षेत्रों – थारी, मोतीपुर, बैलजुड़ी, रामनगर, बसई तथा पाटकोट के कुल 45 ग्रामों का सभी राजस्व अभिलेख तहसील में जमा कर दिया।
तहसील अध्यक्ष डीएस पंचपाल ने बताया कि विगत कई वर्षों से तहसील में रिक्त लेखपाल क्षेत्रों को नहीं भरा जा रहा है और न ही लेखपाल क्षेत्रों का पुनर्गठन हो पाया है। बदलते समय में बढ़ते हुए जनसंख्या घनत्व के कारण कार्य की अधिकता के कारण लेखपालों को शारीरिक, मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है, किन्तु आज तक कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ। लेखपालों पर अतिरिक्त कार्य होने के कारण गत वर्षाे में सेवा का अधिकार, सूचना का अधिकार, विभिन्न आयोगों के पत्र, शासन-प्रशासन की जांच सम्बन्धी प्रकरण तथा प्रमाण पत्रों एवं मूल कार्य भूलेख आदि कार्य समय से पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं। जिसके कारण सदस्यों पर शास्तियाँ व अन्य दण्ड आरोपित होने के साथ-साथ कार्यशैली भी धूमिल हो रही है। इन परिस्थितियों में कोई भी लेखपाल अतिरिक्त क्षेत्रों पर कार्य करने में सहमत नहीं है।
वहीं, जिलाध्यक्ष तारचन्द्र घिल्डियाल ने बताया कि राजस्व अभिलेखों के साथ-साथ अतिरिक्त क्षेत्रों के समस्त प्रमाण पत्रों का भी कार्य बहिष्कार रहेगा।
इस अवसर पर तहसील मंत्री गोपाल सिंह बिष्ट, हरीश यादव, आरिफ हुसैन, आशुतोष चन्द्र, रंजना आर्य, पुष्पा भण्डारी, रणवीर चौहान तथा वीरेंद्र चंद उपस्थित थे।