Uttarakhand News: उत्तराखंड में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मानसून ने दस्तक दे दी है। जगह-जगह भारी बारिश आफत लेकर आई है। नदियां उफान पर है। फिलहाल गंगा खतरे के निशान से 2.60 मीटर नीचे बह रही है। तो वहीं कई मार्ग बंद होने से आवाजाही मुश्किल हो गई है। मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारों के साथ भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश के चलते मलबा आने से जौलजीबी-मुनस्यारी और थल- मुनस्यारी मार्ग बंद है। वहीं ऋषिकेश -चंबा- धरासू हाईवे नरेंद्रनगर के समीप यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है। दूसरी ओर, रानीपोखरी- नरेंद्रनगर सड़क भी गुजराडा के समीप सड़क पर मलबा आने से वाहनों के आवागमन के लिए बाधित हो गया है। यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में देर रात से हो रही बारिश से यमुनोत्री हाईवे ओरक्षा बैंड में अवरुद्ध होने से दोनों ओर वाहनों को रोका गया है।
वहीं कुमाऊं में पूर्णागिरि मार्ग बाटनागाढ के पास मलबा आने से मार्ग बंद हो गया, जिसे जेसीबी से खोलने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं तीन दिन पूर्व चीन सीमा तक जाने वाली तवघाट-लिपुलेख मार्ग पर मालपा से बूंदी के मध्य काली नदी के कहर से बंद सड़क यातायात के लिए खोल दी गई है।
बताया जा रहा है कि गोरी गंगा, रामगंगा, मंदाकिनी, सेरा नदी, जाकुला, गोसी नदी सहित सभी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग सेराघाट के पास बह गया है और वाहन फंसे हैं। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग और तहसील प्रशासन को अलर्ट होने के लिए निर्देश दिए। बाढ़ संभावित इलाकों पर नजर रखी जा रही है। आपदा प्रबंधन विभाग बारिश से हुए नुकसान का जायजा ले रहा है।