सलीम अहमद
हल्द्वानी (महानाद) : पुलिस ने ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर साईबर बैंक फ्रॉड करने वाले अर्न्तराज्यीय गैंग के 3 ठगांे को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि आनंदपुरी फेस-3 निवासी अंकित शाह ने 19 अगस्त 2021 को थाना मुखानी में तहरीर देकर बताया कि उसके पास ऑफर ऑल टाइम की और से एक अज्ञात व्यक्ति की कॉल आई जिसने बताया कि हमारी कंपनी नई लांच हुई है तथा हमारी कंपनी की ओर से आपका नंबर सिलेक्ट किया गया है। इसलिए आप हमारी कंपनी से कोई एक प्रोडक्ट सिलेक्ट करके रजिस्ट्रेशन करा लीजिए। वादी द्वारा एक जैकेट कीमत 1004 रुपये कीमत की सिलेक्ट की गई। इसके बाद फिर से पुनः सुनील सक्सेना नाम के व्यक्ति का कॉल आया तथा उसने बताया कि आपको एक मोबाइल फोन गिफ्ट दिया जा रहा है जिसे प्राप्त करने के लिए आपको 10 प्रतिशत जीएसटी देनी होगी। जिस पर विश्वास करके अंकित शाह ने गूगल पे के माध्यम से यूपीआई नंबर पर 12,390 अकाउंट में डाल दिए। सुनील सक्सेना ने उसे बताया यह रुपए आपके अकाउंट में वापस आ जाएंगे। लेकिन उसके अकाउंट में कोई पैसा वापिस नहीं आया और न ही कोई मोबाइल आया।
मामले का संज्ञान लेकर साईबर फ्रॉड के अनावरण हेतु एसएसपी नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी के निर्देशानुसार, एएसपी सिटी जगदीश चन्द्र, सीओ शान्तुन पाराशर के पर्यवेक्षण में तथा थानाध्यक्ष मुखानी कोतवाल सुशील कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर मुकदमे में प्रयुक्त मोबाईल नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर आवश्यक सूचना संकलन की गयी तथा उक्त सूचनाओं का विश्लेषण कर दिनांक 15-09-2021 को मुखानी पुलिस टीम के द्वारा साउथ दिल्ली, संगम विहार स्थित कॉल सेन्टर पर दबिश दे कर मौके से 3 अभियुक्तगणों – सुरेश कुमार पुत्र ईश्वर दास निवासी मस्टर मौ., थाना गोन्दिपुरी, नई दिल्ली मूल निवासी देवगांव, राजस्थान, चेतन शर्मा पुत्र गजेन्द्र गौहर निवासी ओल्ड फरीदाबाद, हरियाणा तथा नगेन्द्र पुत्र घनश्याम निवासी ग्राम दौलताबाद सेक्टर-12, फरिदाबाद हरियाणा को गिरफ्तार किया गया। वहीं, राजेश तोमर उर्फ राजू पुत्र धर्म सिंह निवासी बदरपुर, नई दिल्ली की तलाश की जा रही है।
पछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि 1- वििमत इनल वदम. बवउ, 2- वििमत ंसस जपउम .बवउ गैंग द्वारा गुजरात के डवपर से समय-समय पर नई-नई वेबसाइट बनायी जाती हैं जो कि कम दामों में लगभग 5 से 10 हजार में बनायी जाती हैं। गैंग द्वारा दिल्ली में घनी आबादी वाले क्षेत्रों के 2 बीएचके फ्लैट में किराये में लेकर कॉल सेन्टर खोले जाते हैं जहॉ से कॉल कर ग्राहकों को फंसाया जाता है। गैग द्वारा उक्त कॉल सेन्टर में 01 मैनजर नियुक्त किया जाता है तथा 07-08 कॉलिंग एजेंट रखे जाते हैं जोकि प्राप्त डाटा/मोबाईल नम्बर को कॉल कर साईबर फ्रॉड को अजाम देते हैं। मैनेजर फील्ड बॉय का कार्य करता है जो कि सभी कॉलिंग एजेण्टों की आवश्यकतायें पूरी करता है। गैग को मोबाईल नम्बरों का डाटा 02 माध्यमों से प्राप्त होता है –
1- मोबाईल कम्पनी/शॉपिंग कम्पनी से डाटा प्राप्त किया जाता है
2- सम्बन्धित साइट में ऑन लाइन रजिट्रेशन फार्म से भी मोबाईल डाटा प्राप्त किया जाता है।
एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि गैंग के द्वारा जो वेबसाइट बनायी जाती है वो बिल्कुल ओरिजिनल जैसी बनायी जाती है तथा माल डिलीवर ना होने पर/फ्रॉड करने के बाद जो शिकायत प्राप्त होती है उन शिकायतकर्ताओं को उलझाने के लिये 02 लड़के अलग से नियुक्त होते हैं तथा अधिक शिकायतें प्राप्त होने पर उक्त वेवसाइट को बन्द करके नयी वेबसाइट बनायी जाती है। जांच करने पर अभी तक 10,000 लोगों को कॉल करने की डिटेल प्राप्त हुई है तथा उक्त कम्पनी के विरुद्ध अलग-अलग जगहों पर 04 ऑन लाईन शिकायतों की पुष्टि हुई है किoffer buy one. com को अधिक शिकायत आने पर बन्द कर दिया गया जबकिoffer all time.com को लगातार चलाये जा रहा है। प्रत्येक दिन कॉलिंग ऐजेण्ट 100 से भी ज्यादा कॉल करते हैं।
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त 01 मोबाइल व अन्य घटनओं में प्रयुक्त 18 मोबाइल कुल 19 मोबाइल, 2 लेपटॉप डेल कम्पनी के, 8 सीपीयू मय मोनीटर मय की बोर्ड, 3 एक्सटेंशन बोर्ड मय क्नेक्टिंग वायर के बरामद किये हैं।
पुलिस टीम में – थानाध्यक्ष मुखानी सुशील कुमार , एसआई त्रिभुवन जोशी, महेश जोशी, कां. प्रदीप पिलखवाल, गिरीश भट्ट, अशोक रावत तथा भूपेन्द्र शामिल थे।