रुद्रपुर (महानाद) : पुलिस ने दिल्ली में संचालित फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में साइबर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए गैंग के सरगना सलीम खान सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से भारी मात्रा में बेस फोन, सिम कार्ड, मोबाइल फोन व वाईफाई उपकरणों की बरामदगी भी की है।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मजूनाथ टीसी ने बताया कि शांतिपुरी नंबर 2, थाना पंतनगर, जनपद उधम सिंह नगर निवासी शिकायतकर्ता खीम सिंह मेहता ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने फोन कर इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी पर बोनस का झांसा देकर उससे 6,43,700 /- रुपये की साइबर ठगी कर ली है। खीम सिंह की तहरीर के आधार पर पंतनगर थाने में एफआईआर नंबर 105 /2023 धारा 420 आईपीसी एवं 66 (क्) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत कर मामले की जांच प्रभारी निरीक्षक पंतनगर को सौंपी गई।
डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे व एसएसपी मंजूनाथ टीसी के दिशा निर्देशन में 06 टीमों का गठन करते हुए सर्विलांस व ठोस सुरागरसी की मदद से अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु दिल्ली राज्य में जगह-जगह दबिश दी गई एवं लगातार प्रयासरत रहते हुए एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों के कुशल नेतृत्व में मनावा बिजनेस मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, रामा रोड, नजफगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया, न्यू मोती नगर, दिल्ली में कंपनी का होना पाया गया, जिसका मालिक सलीम खान व बॉस की पत्नी अर्शी खान के नाम प्रकाश में आये।
पुलिस द्वारा उपरोक्त संदिग्ध स्थान पर दबिश दी गई एवं तीन व्यक्तियों
(1) विजय पुत्र राम मिलन निवासी सुलतानपुरी, नई दिल्ली
(2) लोकेश उर्फ जतिन पुत्र राजेश निवासी जनकपुरी, सी1, दिल्ली तथा
(3) राहुल कुमार पुत्र अशोक साहनी निवासी सुल्तानपुरी, नई दिल्ली को घटना में प्रयुक्त फोनों के साथ दिनांक 05.06.2023 को हिरासत में लिया गया एवं प्रकाश में आये मनावा बिजनेस मैनेजमेन्ट प्रा. लि. कम्पनी के मालिक सलीम खान और अर्शी खान की गिरफ्तारी हेतु भिन्न-भिन्न स्थानों पर दबिश दी गयी एवं दिनांक 09.06.2023 को सफलता पाते हुए सलीम खान को पश्चिम पुरी बस स्टाप, पंजाबी बाग के पास, वेस्ट दिल्ली से पकड़ लिया एवं इसके कब्जे से धोखाधड़ी में प्रयुक्त किये जाने वाले निम्नलिखित उपकरण भारी मात्रा में बरामद किये गये। जिनसे पूरे भारत में इन कम्पनी के लोगों द्वारा कई जगह करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करना एवं अब तक प्रराम्भिक जांच में 6-7 शिकायतें जो भिन्न-भिन्न प्रदेशों से सम्बन्धित हैं, प्रकाश में आयी हैं।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सलीम खान ने बताया गया कि वह अपनी पत्नी अर्शी खान के साथ इस कम्पनी की आड़ मेें अपने कर्मचारियों की मदद से पूरे भारत वर्ष में साईबर धोखाधड़ी करते आये हैं। इनके द्वारा रजिस्टर्ड कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। जिसकी आड़ में लोगों को इन्श्योरेंस पॉलिसी, बोनस तथा अन्य प्रलोभन देकर उनसे ठगी कर पैसा फर्जी खातो में लिया जा रहा था।
एसएसपी ने बताया कि गैंग के सरगना द्वारा लोगों का प्राईवेट डेटा चुराकर बेचने वाले अभियुक्त प्रवेश चौहान से खरीदा जाता था। उपरोक्त क्रम में उत्तराखण्ड के इतिहास में पहली बार अभियोग में डाटा थेप्ट (चोरी) सम्बन्धी सुसंगत धारओं में बढ़ोतरी की गयी है। कॉल सेंटर संचालन हेतु भारी मात्रा में फर्जी सिमों का प्रयोग किया जा रहा था। यह फर्जी सिम बेचने वाले अभियुक्त चन्दन कुमार झा को पुलिस टीम द्वारा चिन्हित किया गया है।
धोखाधड़ी का पैसा बुराड़ी के रहने वाले मनोज द्वारा उपलब्ध कराये गये फर्जी खातो में मंगाया जाता है एवं राहुल द्वारा अलग-अलग एटीएम से निकालकर अभियुक्तगणोे को लाकर दिया जाता है।
एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मजूनाथ टीसी ने बताया कि अब तक प्रकाश में आये अन्य अभियुक्त अर्शी खान, मनोज, रवि, प्रवेश चौहान एवं चन्दन कुमार झा की गिरफ्तारी हेतु टीमें प्रयासरत हैं।