मोहित गोयल
रामनगर (महानाद): रामनगर से लगभग 35 किमी ऊपर मरचूला में मजे के लिए 3 युवकों ने अपनी थार कार को पुल छोड़कर रामगंगा नदी में दौड़ा दी। लेकिन युवकों का ये मजा लेना भारी पड़ गया। जैसे ही उन्होंने अपनी कार को नदी में डाला वह नदी के तेज बहाव में फंसकर बह गई जिससे उसमें सवार युवकों की जान खतरे में पड़ गई।
गाड़ी के नदी में फंसे होने की सूचना मिलने पर पर मौके पर पहुंची राजस्व व पुलिस की टीम ने गोताखोरों की मदद से तीनों युवकों को जीप के शीशे तोड़कर बाहर निकाला तथा थार कार को क्रेन की मदद से नदी के बाहर निकाला।
आपको बता दें कि रामनगर से 35 किमी. ऊपर मरचूला के पास रामगंगा नदी पर बने झूला पुल के पास महिंद्रा थार से ऑफ रोडिंग मस्ती करने आये तीन युवकों बीरोंखाल, पौड़ी निवासी दिलीप सिंह रावत (32) पुत्र कृपाल सिंह रावत, लक्ष्मण विहार, गुरुग्राम, हरियाणा निवासी मोहन रावत (29) पुत्र गुमान सिंह रावत तथा गोलूगांव, बीरोंखाल, हाल निवासी सावित्री नगर दिल्ली विक्रम सिंह पुत्र विरेंद्र सिंह (31) ने अपनी थार कार को रामगंगा नदी के बीच में डाल दिया। इसी बीच कार नदी के तेज बहाव के साथ बहती चली गई और तीनों युवक उसी में फंस गए। किस्मत से थार कुछ दूरी पर बीच नदी में एक पत्थर पर जाकर रुक गई।
कार को बी चनदी में फंसा देख आसपास के लोगों ने तुरंत इसकी सूचना राजस्व उपनिरीक्षक सुभाष शाह को दी। सूचना मिलते ही राजस्व निरीक्षक तीन गोताखोरों अंकित रावत, अजय रावत और मुकेश भदौला के साथ मौके पर पहुंचे। तीनों गोताखोर नदी में कूदकर जीप तक पहुंचे और थार के शीशे तोड़कर उसमें फंसे तीनों युवकों को सेफ्टी जैकेट और रस्सी की मदद से नदी से बाहर निकाला।
कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने थार को नदी से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में रामनगर से क्रेन मंगाकर उसकी मदद से थार को बाहर निकाला गया।
राजस्व उपनिरीक्षक शाह ने बताया कि तीनों युवक पूर्णतः सुरक्षित हैं।