देहरादून (महानाद) : चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों में मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ये रहा है। चारधाम यात्रा में अब तक 104 यात्रियों को अपनी जान गवांनी पड़ी है। केदारनाथ यात्रा पर आए चार और तीर्थयात्रियों की शनिवार को मौत हो गई। मौत का प्रमुख कारण हृदयगति रुकना बताया जा रहा है।
चारधाम यात्रा के दौरान शनिवार को भी 4 यात्रियों की मौत हो गई। जिनकी मौत हुई है, उनमें 64 वर्षीय रताकोंडा शेखर बाबू निवासी लक्ष्मीनारायण, आंध्र प्रदेश, 71 वर्षीय पेमा पाटीदार वार्ड नं 03 अंबिका पाथ, अंगज रेव्न्यू एरिया, मध्य प्रदेश, 62 वर्षीय प्रेमजी रामजी बाई यादव, तेहरसी सीतारामनगर, भरतनगर रोड भावनगर, गुजरात तथा बीरेंद्र सिंह कटारा, कनवर बाद मध्य प्रदेश की मृत्यु हुई है। कुल 48 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है।
इतना ही नहीं यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इनकी संख्या शनिवार को 267 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। सरकार के कहने के बाद भी लोग अपना हेल्थ चेकअप नहीं करा रहे हैं। जिसके चलते लोगों को ऊँचाई वाली जगहों पर पहुंचते रताकोंडा शेखर बाबू निवासी लक्ष्मीनारायण, आंध्र प्रदेश, 71 वर्षीय पेमा पाटीदार वार्ड नं-03 अंबिका पाथ, अंगज रेव्न्यू एरिया, मध्य प्रदेश, 62 वर्षीय प्रेमजी रामजी बाई यादव, तेहरसी सीतारामनगर, भरतनगर रोड भावनगर, गुजरात तथा बीरेंद्र सिंह कटारा, कनवर बाद मध्य प्रदेश की मृत्यु हुई है। कुल 48 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है।
इतना ही नहीं यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इनकी संख्या शनिवार को 267 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। सरकार के कहने के बाद भी लोग अपना हेल्थ चेकअप नहीं करा रहे हैं। जिसके चलते लोगों को ऊँचाई वाली जगहों पर पहुंचते ही लोगों को दिक्कतें होने लगी हैं।