दिल्ली (महानाद) : दिल्ली में 16 साल की नाबालिग साक्षी की बेरहमी से हत्या करने वाले साहिल को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में रविवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात घटित हुई थी। एसी रिपेयरिंग का काम करने वाले साहिल ने एक नाबालिग युवतही साक्षी को एक गली में सरेआम 2-21 बार चाकू से गोदा था और फिर बाद में पत्थर से भी कुचला था। जब वह इस घटना को अंजाम दे रहा था तो गली में पुरुष/महिलायें आ जा रहे थे लेकिन साहिल को रोकने की हिममत किसी ने नहीं दिखाई। सोशल मीडिया परवायल हुए वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कई लोग उस गली में आ-जा रहे हैं लेकिन कोई भी साहिल को रोकता नहीं है। वहीं, पुलिस ने बताया कि साक्षी की हत्या उन्हें मुखबिर द्वारा प्राप्त हुई थी, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची थी। साक्षी पर 20 से ज्यादा बार चाकू से हमला किया गया था। साक्षी की हत्या करने के बाद साहिल मौके से फरार होगया था।
दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि साक्षी के हत्यारे साहिल की तलाश में पुलिस की छह टीमें लगाई गई थीं। लगतार उसकी लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश की जा रही थी। साहिल अपना फोन घर पर छोड़कर फरार हुआ था। फिर मुखबिर द्वारा इनपुट्स मिलने के बाद उसे बुलंदशहर से धर दबोचा गया। पाठक ने कहा कि हम इस मामले में सबूतों को बेहतर तरीके से एकत्र कर कोर्ट के सामने रखेंगे जिससे साहिल को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि पिछले कुछ दिनों में साहिल और साक्षी के बीच अनबन हुई थी। जिस कारण साहिल ने इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड को अंजाम दिया है।
वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि यह एक वीभत्स हत्याकांड है। जब साहिल साक्षी को मार रहा था तब कोई भी उसे रोक नहीं रहा था। उन्होंने कहा कि अपराधियों में इतनी हिम्मत इसलिए आती है क्योंकि उनके अंदर से पुलिस का डर कम हो गया है। उन्होंने कहा कि मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्दी से जल्दी सजा दी जानी चाहिए।
उधर, भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने शाहबाद डेयरी इलाके का जो वीडियो जारी किया है, वह बहुत पीड़ादायक है। कितनी निर्ममता से साहिल उस नाबालिग बिटिया को मारता है। साहिल के पिता का नाम सरफराज है। उसने जिसको मारा वह नाबालिग हिंदू बेटी है। उसे चाकू से गोदा गया, पत्थर से मारा गया। मिश्रा ने कहा, गली-गली कितनी केरला स्टोरी, कितनी? कब तक बेटियों को इस तरह निर्दयता के साथ मारा जाता रहेगा? उन्होंने कहा कि इसी दिल्ली में श्रद्धा के साथ ऐसा ही हुआ था, उसके हत्यारे को भी अभी तक फांसी नहीं हुई। वो भी अभी तक जिंदा है। अगर आज श्रद्धा के हत्यारे को फांसी मिल चुकी होती तो किसी सरफराज के बेटे साहिल की हिम्मत नहीं होती। लेकिन ऐसा लग रहा है कि हमारे हर शहर, हर गली, हर मौहल्ले में केरला स्टोरी बनाई जा रही है।