महानाद डेस्क : राजस्थान में जोधपुर की सहायक कलेक्टर (एसडीएम) प्रियंका विश्नोई की इलाज के दौरान मौत हो गई। तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती थी। वहीं, हाल ही में जोधपुर के कलेक्टर ने इलाज में लापरवाही के मामले में एक कमेटी का गठन किया था, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आने से पहले ही एसडीएम प्रियंका विश्नोई की मौत हो गई। प्रियंका के इलाज में षड्यंत्रपूर्वक लापरवाही बरतने का आरोप है।
आपको बता दें कि प्रियंका विश्नोई का तबादला 1 सितंबर को नगर निगम उपायुक्त के पद पर तबादला हुआ था तथा 5 सितंबर को वे ऑपरेशन के लिए शहर के वसुंधरा अस्पताल में भर्ती हुई थीं, लेकिन ऑपरेशन के बाद कॉम्प्लिकेशन होने से उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके चलते 7 सितंबर को उन्हें अहमदाबाद रेफर कर दिया गया जहां बुधवार की रात्रि को उनकीं मौत हो गई।
वसुंधरा अस्पताल के संचालक डॉ. संजय मकवाना ने बताया कि 5 सितंबर को ऑपरेशन के बाद प्रियंका विश्नोई पूरी रात ठीक थीं। सुबह उन्हें चिड़चिड़ापन महसूस हुआ, जिसके लिए उनके ब्लड टेस्ट किए गए, जिसमें कुछ इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन पाया गया। जिसके लिए उन्हें आईसीयू में रखा गया और आगे की जांच कर उसके हिसाब से ट्रीटमेंट शुरु किया गया, लेकिन उनका चिड़चिड़ापन जारी रहा।
इसके बाद कारण का पता लगाने के लिए पेट का स्कैन किया गया। हृदय रोग विशेषज्ञ ने किसी भी विकृति को दूर करने के लिए इकोकार्डियोग्राफी भी की। चिड़चिड़ेपन और बेचैनी का कारण जानने के लिए न्यूरोलॉजिस्ट को बुलाया गया। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर कर दिया गया। जहां पर सीटी स्कैन करने पर दिमाग में अलग-अलग रक्तस्राव दिखाया गया, जो मुख्य रूप से एवी विकृति (जन्मजात विकृति) के कारण है।
आपको बता दें कि बीकानेर के नोखा के साधारण परिवार में जन्मीं प्रियंका विश्नोई का 2016 में आरएएस के लिए चयन हुआ था। ग्रामीण पृष्ठभूमि की प्रियंका ने अपने कार्य से बहुत जल्दी लोगों के दिल जीत लिए थे। प्रशंसनीय कार्य के लिए उन्हें 15 अगस्त को सम्मानित किया गया था। उनके पिता पेशे से अधिवक्ता हैं। उनकी शादी फलोदी जिले के सूरपुरा के रहने वाले आबकारी अधिकारी विक्रम विश्नोई से हुई थी। उनके ससुर सहीराम विश्नोई पुलिस अधिकारी रह चुके हैं। प्रियंका विश्नोई का आज फलोदी के सूरपुरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वहीं, विश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र विश्नोई ने प्रियंका की मौत की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है।
उधर, प्रियंका के ससुर सहीराम ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जोधपुर के निजी अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जांच करवाने की मांग की थी। जिस पर कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज को जांच के निर्देश दिए थे।
प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत ने बताया कि जांच कमेटी गठित कर दी गई थी और आज उसकी रिपोर्ट आने की संभावना थी।