गजब : हत्या का इल्जाम झेल रहे पति ने पत्नी को जिंदा ढूंढ निकाला

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महानाद डेस्क : मध्य प्रदेश के भिंड में एक बेहद ही गजब का मामला सामने आया है। मेहगांव की एक मृत महिला को लगभग 2 महीने बाद पुलिस ने यूपी के नोएडा से बरामद कर लिया।

आपको बता दें कि भिंड जिले के मेहगांव के वार्ड नं. में रहने वाली ज्योति शर्मा का अपने पति व ससुरालियों से पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था। इस बीच ज्योति 2-3 मई की रात को अचानक गायब हो गई। जिसके बाद 3 मई को ससुराल वालों ने मेहगांव थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके बाद ज्योति के ससुराल पक्ष के पैतृक गांव कतरौल में दंदरौआ के नजदीक एक अज्ञात महिला की लाश जली हुई अवस्था में मिली। महिला पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी, जिससे वह बुरी तरीके से झुलस गई और उसकी मौत हो गई थी। मृतक महिला के पैर और हाथ शेष बचे थे, पूरा शरीर बुरी तरह से जल चुका था।

कियोस्क सेंटर से पैसे निकवाती ज्योति (घेरे में)

4 मई की सुबह इसकी सूचना मौ थाना प्रभारी संतोष यादव को लगी। जिसके बाद उन्होंने आसपास के एरिया से गायब होने वाली महिलाओं की सूची निकली और उनके परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया। ज्योति के मायके पक्ष के लोग भी वहां पहुंचे और उन्होंन उसकी शिनाख्त ज्योति के रूप में की और उसका अंतिम संस्कार उसे पति से करवाकर उस पर ही ज्योति की हत्या का आरोप भी लगाया।

ज्योति के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने उसके पति सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उससे उसका जुर्म कबूलवाने की कोशिश की लेकिन उसने ज्योति की हत्या करना स्वीकार नहीं किया। जिस पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया, लेकिन पिछले दो महीने से लगातार पुलिस उसे और उसके रिश्तेदारों को परेशान कर रही थी।

ज्योति के पति सुनील ने बताया कि विपगत 22 जून को जब वे बैंक गए तो उन्होंने अपना अकाउंट चेक किया। जहां उन्हें अकाउंट में आने वाली राशि में से 2700 रुपए गायब दिखे। जिसके बारे में बैंक मैनेजर ने उन्हें बताया कि यह लाडली बहना योजना की राशि है, जो कि अकाउंट में आई हुई थी और इस राशि को उत्तर प्रदेश के मथुरा और नोएडा से निकाला गया है। जिसके बाद उसने मेहगांव थाना प्रभारी आशुतोष शर्मा को सारी जानकारी दी।

जानकारी मिलते ही मेहगांव पुलिस सक्रिय हो गई और पुलिस ने बैंक से डिटेल निकलवाई। इसके बाद पुलिस मामले को फॉलो करते हुए नोएडा से एक कियोस्क सेंटर पहुंची जहां ज्योति ने अपने आधार कार्ड और फिंगरप्रिंट के आधार पर लाडली बहना योजना की राशि को निकाला था। पुलिस ने कियोस्क सेंटर का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो उसमें ज्योति कुछ युवकों के साथ नजर आई। सीसीटीवी में ज्योति निकाले गये 2750 रुपये साथी युवक को देते हुए दिख ही थी।

इसके बाद पूरा मामला स्पष्ट हो गया कि ससुराल से गायब ज्योति नोएडा में है। पुलिस ने नोएडा में उसकी खोजबीन शुरू की तो ज्योति फुटपाथ पर पैदल जाते हुए मिल गई। इसके बाद पुलिस ज्योति को भिंड लेकर आई। जहां ज्योति ने एसडीएम कोर्ट में पहुंचकर खुद की मर्जी से जाना बताया। जिसके बाद पुलिस ने ज्योति को उसके मायके पक्ष को सौंप दिया।

वहीं, अब ज्योति के मिलने के बाद मौ थाना पुलिस नए पेंच में फंस गई है। क्योंकि 2 महीने पहले मिली लाश ज्योति की नहीं थी तो फिर वह किस महिला की लाश थी।

एसपी असित यादव ने बतासया कि प्राथमिक जांच के दौरान जिस महिला की जलाकर हत्या की गई थी, उस अज्ञात महिला को ज्योति के तौर पर उसके परिजनों ने पहचाना था। लेकिन अब जब ज्योति के जिंदा होने की पुष्टि हो गई है तो पुलिस अब इस मामले में नए सिरे से जांच कर रही है। शव की डीएनए जांच कराई जा रही थी। अब इस डीएनए जांच के आधार पर अज्ञात महिला की शिनाख्त की जाएगी।

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