उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। विशेषकर पिछले 24 घंटे में मूसलाधार वर्षा से जन-धन की भारी हानि हुई है। बारिश से नदी नाले उफान पर बह रहे हैं और भूस्खलन से कई लोग बेघर हो गए हैं। टिहरी जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां मार्ग धंसने से 6 परिवार खतरे की जद में आ गए है। परिवारों को 30 लोगों को रेस्क्यू कर सुरशित स्थान पर पहुंचाया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार तेज बारिश के चलते प्रतापनगर विधानसभा के अंतर्गत भेलुन्ता-हलेत- देवल मोटर मार्ग छेरदानू के समीप धंस गया है। घटना से छह परिवार खतरे की जद में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि 6 परिवारों के 30 लोगों को खतरे को देखते हुए निकटवर्ती गांव के स्कूल में शिफ्ट किया गया है। प्रदेश के कई जिलों से ऐसी खबरें सामने आई है। लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के घर खतरें में गए है।जिसस उन्हें अस्थायी राहत शिविरों में रात गुजारनी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि भारी वर्षा के बीच पिछले तीन दिन में प्रदेश में 15 लोग की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लापता हैं। प्रदेश में शुक्रवार से हो रही वर्षा का क्रम बुधवार को भी जारी है। पहाड़ में भूस्खलन परेशानी का सबब बना है तो मैदानी क्षेत्रों में जलभराव। देहरादून, हरिद्वार समेत अन्य मैदानी शहरों में मंगलवार को वर्षा का पानी घरों में घुस गया। कई जगह पेड़ गिर गए। हालात नियंत्रित करने के लिए देहरादून में खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सड़क पर उतरे और प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।