रिम्पी बिष्ट
हल्द्वानी (महानाद) : एक ऑटो चालक पर नौवीं की छात्रा को बेहोश कर कई घंटों बाद शहर से 8 किलोमीटर दूर गोरापड़ाव में सड़क किनारे फेंकने का अरोप लगा है। पुलिस ने किशोरी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
बता दें कि बियरशिबा स्कूल की 9वीं की छात्रा का सोमवार को एग्जाम था, लेकिन छात्रा जब स्कूल नहीं पहुंची तो स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को फोन करके बताया कि छात्रा स्कूल नहीं पहुंची है। जिसे सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। परिजनों ने कोतवाली जाकर छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। काफी खोजबीन करने के बाद आखिरकार छात्रा मिल गई।
बियरशिबा स्कूल की कक्षा 9 की छात्रा ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि वह सोमवार को लगभग 7ः30 बजे घर से बद्रीपुरा के रास्ते में पड़ने वाले अपने स्कूल बियरशिबा जाने हेतु टैम्पो मे बैठने शैरा जिम के सामने बद्रीपुरा में गयी। जहाँ पर एक टैम्पो स्टेडियम की ओर से नैनीताल रोड की ओर जा रहा था। जिसे मैने बोला कि बियरशिबा स्कूल तक जाना है। टैम्पो की अगली सीट में चालक के साथ एक और लड़का बैठा था। मैं भी टैम्पो के पिछले सीट मे बैठ गयी। जो नैनीताल रोड से मुझे बियरशिबा स्कूल की ओर न ले जाकर अपना टैम्पो सीधा पेट्रोल पंप से वर्कशॉप लैंड की तरफ ले गया। जिसने अपना टैम्पो नैनीताल रोड से पैट्रोल पंप की ओर मोड़ा तो मैने उसे टोका कि आप गलत रास्ते से अपना टैम्पो ले जा रहे हो। तो उसने बोला मैं शॉर्टकट रास्ते से ले जा रहा हूँ। पैट्रोल पंप से थोड़ा आगे जाकर उसने अपना टैम्पो रोका। ड्राईवर के साथ बैठा लड़का अगली सीट से उतरकर पीछे मेरे वाली सीट मे बैठा और बैठते ही मेरी आँख पर पहना चश्मा उतारकर मेरी आँख मे कुछ स्प्रे करा। मुझे स्प्रे से काफी जलन हुई और मुझे नींद आ गई।
छात्रा ने बताया कि फिर मेरी नींद घोरापड़ाव में खुली। टैम्पो वाला मेरे पास नहीं था। मैं गोरापड़ाव से गाँधी स्कूल, उत्तर उजाला तक पांच किलोमीटर तक पैदल चलकर आई। जहाँ पर मुझे पड़ोस के चाचा विपिन चंद्र वैला मिले। जो मुझे अपनी बाइक से कोतवाली तक लाए।
कोतवाली प्रभारी अरुण सैनी का कहना है कि परिजनों ने मामले में तहरीर दी है। छात्रा की काउंसलिंग की जा रही है। फिलहाल, मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।