ऋषिकेश में देखने को मिली गौ सेवकों की आस्था, बारिश के बीच निकाली गौ रथ यात्रा…

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Uttarakhand News: उत्तराखंड में जहां एक ओर भारी बारिश का दौर जारी है। वहीं इस बारिश में भी गौ सेवकों के हौसलें और आस्था नहीं डगमगाई है। तय कार्यक्रम के अनुसार आज ऋषिकेश में श्रीराम गौधाम सेवा समिति द्वारा “गौ बचाओ जन जागरण रथ यात्रा” निकाली गई है। इस यात्रा में जहां साधु संत अपना योगदान और आशीर्वाद दें रहे हैं वहीं आम जन भी गौ माता की रक्षा का संकल्प लेते हुए अपनी गाय के साथ यात्रा से जुड़ रहे हैं। ये सात दिवसीय यात्रा आज से शुरू होकर 27 मार्च को हरिद्वार पहुंच पूर्ण होगी।

बता दें कि श्रीराम गौधाम के संस्थापक श्री जगदीश भट्ट और समिति के संरक्षक मोहन काला ने कहा कि 21 मार्च से 27 मार्च 2023 तक गढ़वाल मण्डल (उत्तराखंड) क्षेत्र में गौ माता की सेवा, संरक्षण एवं संवर्धन की अभिलाषा में गौ बचाओ जन जागरण निकाली जा रही है। आज सुबह बारिश के बीच शुरू हुई ये यात्रा ऋषिकेश-तपोवन, आनन्द भवन आश्रम से सुबह 10 बजे साधु -संतों का आशीर्वाद लेकर शुरू हो गई है। अब ये यात्रा देहरादून, मसूरी होते हुए रात को लाखामण्डल रात्रि विश्राम के लिए पहुँचेगी। इस यात्रा में स्वामी रमेश आनंद महाराज, महंत रवि प्रपंनाचार्य जी, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दस जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास जी महाराज, समेत देवभूमि उत्तराखंड के सभी संत समाज वैष्णव जन, साधु, विरक्तजन, महामंडलेश्वर, आचार्य गण,महिलाएँ, गौरक्षक तथा गौसेवक बढ़ चढ़ कर सम्मिलित हो रहे हैं।

इस ऐतिहासिक गौ रथ यात्रा का उद्देश्य गावं से लेकर शहर के सड़कों पर निराश्रित घूम रही गौमाता एवं गौ वंशो की दशा सुधारने के लिए एक जन जागरण अभियान है , जिसके लिए समस्त आम जनमानस से अपील की जा रही है की आप अपने – अपने क्षेत्र में गौ माता की रक्षा एवं संवर्धन का कार्य सेवा भाव से कर पुण्य के भागी बने तथा किसी भी स्थिति एवं परस्थिति में गौ माता को जगह जगह निराश्रित ना छोड़े । क्योंकि केवल और केवल गौसेवा मात्र में ही समस्त जगत का कल्याण निहित है। समिति ने सभी गौ भक्तों से आग्रह किया कि जो भक्त जन इस पुण्य कार्य में सहभागी बनना चाहते हैं वह जिन जिन शहर या गाँव में रहते हैं वह हमसे संपर्क कर सकते हैं जब समिति की गौ यात्रा उनके गाँव या शहर से गुजरेगी। गढ़वाल मंडल के सभी जनपद क्षेत्रो से चलने वाली है। इसमें हर कोई सम्मिलित हो सकता है।

इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास जी महाराज, महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद जी महाराज ,स्वामी रमेश आनंद महाराज, महंत रवि प्रपंनाचार्य जी, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दस जी महाराज, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी जी महाराज ,महामंडलेश्वर वृंदावन दास महाराज ,महामंडलेश्वर हठयोगी जी महाराज, महामंडलेश्वर प्रेमानंद जी महाराज , महामंडलेश्वर विष्णुदास जी महाराज ,महामंडलेश्वर डा ० रामेश्वर दास जी महाराज , महामंडलेश्वर रविदेव शास्त्री जी महाराज ,स्वामी दुर्गादास जी महाराज , आत्मानंद जी महाराज, स्वामी दिनेश दास जी महाराज , स्वामी गोपालाचार्य जी महाराज , स्वानी परमानंद दास जी महाराज, स्वामी हरिहरानंद जी महाराज, स्वामी योगेन्दरानंद जी महाराज, स्वामी लोकेशदास जी महाराज, स्वामी केशव स्वरूप जी महाराज, स्वा अखंडानंद जी महाराज, स्वा रामजी महाराज मौजूद रहे।

यात्रा विवरण

प्रथम दिवस :- 21 मार्च तपोवन ऋषिकेश से शुभारंभ, देहरादून क्षेत्र से रात्रि विश्राम लाखामंडल

द्वितीय दिवस:- 22 मार्च लाखामण्डल से होकर दैनिक भ्रमण तथा रात्रि विश्राम उत्तरकाशी जनपद क्षेत्र

तृतीय दिवस :- 23 मार्च उत्तरकाशी से लंबगाँव ,बूढाकेदार मंदिर, रात्रि विश्राम प्रथम केदार बेलेश्वर धाम(टिहरी जनपद) क्षेत्र रात्रि विश्राम कैराराम सोसाइटी

चतुर्थ दिवस :- 24 मार्च प्रथम केदार बेलेश्वर धाम से घनसाली, रुद्रप्रयाग रात्रि विश्राम जोशीमठ।

पंचम दिवस :- 25 मार्च जोशीमठ से , चमोली जनपद क्षेत्र, रुद्रप्रयाग जनपद रात्रि विश्राम कमलेश्वर महादेव मंदिर श्रीनगर

षष्ठम दिवस :- 26 मार्च श्रीनगर से देवप्रयाग, कोटद्वार रात्रि विश्राम हरिद्वार।

सप्तम दिवस :- 27 मार्च हरिद्वार से ऋषिकेश में समापन ,भंडारा श्री भरत मंदिर झंडा चौक ऋषिकेश।