हरिद्वार। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा के कल मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में देहांत के बाद आज उनका पार्थिव शरीर उनके हरिद्वार स्थित आश्रम पायलट बाबा में लाया गया इस दौरान बड़ी संख्या में साधु संत और अखाड़े से जुड़े पदाधिकारी उनके आश्रम में पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी इस दौरान जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हरि गिरि महाराज ने कहा कि महायोगी पायलट बाबा को खोना अखाड़े ही नहीं बल्कि पर संपूर्ण विश्व के लिए बहुत बड़ी छाती है उनके अनुयाई देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक थे और जिस तरह से उन्होंने सनातन का परचम पूरे देश-विदेश में फहराया था यह अपने आप में एक अविश्वणीय कार्य था जो महायोगी पायलट बाबा द्वारा किया गया मेरा तो मानना है कि वह भगवान शिव का ही एक अंश थे जो कि इस पृथ्वी पर आकर किस तरह से योग किया जाता है और हठयोगी किया जाता है सीख कर गए हैं मैं हमारे गुरु दत्तात्रेय भगवान और सभी देवताओं से यही प्रार्थना करूंगा कि वह अपने चरणों में उन्हें स्थान दें और महादेव उन्हें फिर एक बार आदेश करके इस पृथ्वी पर सनातन का परचम लहराने और लोगों को आध्यात्मिक की राह पर ले जाने के लिए भेजें। वहीं उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल उनके शिष्यों और जून खड़े के महामंडलेश्वर से वार्तालाप चल रही है और जो अब तक निर्णय लिया गया है उसके अनुसार उनको उन्हीं के आश्रम में कल समाधि दी जाएगी।