उत्तराखंड में दरकते जोशीमठ के सामने अब एक और मुसीबत खड़ी हो गई है। शुक्रवार को यहां हुई मौसम की पहली बर्फबारी से राहत कार्य में लगे अधिकारियों और निवासियों के लिए समस्या और बढ़ गई है। होटलों-घरों को तोड़ने का काम प्रभावित हो गया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को बड़े निर्देश दिये है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जोशीमठ में भारी बर्फबारी के चलते धवस्तिकरण का कार्य रुका हुआ है। कार्य बंद होने के चलते होटल माउंट व्यू व मलारी इन के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिए गए हैं। बर्फबारी के चलते यहां लोगों का सामान अभी तक शिफ्ट नहीं हो पाया है, जिससे प्रभावितों के बाहर पड़े समान में बर्फ जम गई है। ये प्रभावित घरों को खाली कर राहत शिविर में रह रहे हैं। वहीं सीएम धामी ने
निर्देश दिए है कि भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र के जिन परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया है, शीतलहर के दृष्टिगत उन सभी परिवारों हेतु हीटर एवं अलाव की पूरी व्यवस्था की जाए।
उन्होंने निर्देश दिये कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र से जो लोग विस्थापित होंगे, उनको स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विस्तृत योजना बनाई जाए व सुनिश्चित किया जाए कि जो लोग विस्थापित होंगे उनकी आजीविका प्रभावित न हो। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं भी निकट हैं, प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई एवं परीक्षा देने में किसी भी प्रकार से परेशानी न हो, इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा एवं एस.एन. पाण्डेय उपस्थित थे।