पीडब्लूडी में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये ठगने वाला ठग गिरफ्तार

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हरिद्वार (महानाद) : पुलिस ने पीडब्लूडी में नोकरी लगवाने के नाम पर अपने पूर्व मकान मालिक से लाखों रुपये ठगने वाले एक ठग को गिरफ्तार कर लिया। ठग ने फर्जी मुहर का इस्तेमाल कर पीडब्ल्यूडी में अकाउंटेंट के पद के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया था और लोगों पर अपना प्रभाव जमाने के लिए मुख्यमंत्री उत्तराखंड का फर्जी लेटर पेड भी बनाया था।

आपको बता दें कि एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के ऊर्जावान नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस अपराध के हर स्तर, हर तरीके के खिलाफ अपने तीखे तेवर दिखा रही है। परफेक्ट लीडरशीप, टीम बॉन्डेशन और लगन की वजह से ही हरिद्वार पुलिस ने सामने आयी विभिन्न चुनौतियों से पार पाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है। इस कड़ी में एक और ताजातरीन मामला शामिल हुआ है, जहां हरिद्वार पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को दबोचने में कामयाबी हासिल की है जो मुख्यमंत्री के नाम के फर्जी लेटर पेड के साथ ही नकली मोहर, नकली ई-मेल आईडी का इस्तेमाल ठगी के लिए कर रहा था

आपको बता दें कि कृष्णानगर, कनखल निवासी प्रतीक मदान ने दिनांक 23-02-2025 को थाना कनखल में तहरीर देकर बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनके मकान पर किराये पर रह चुका हिमांशु कुमार नाम का युवक जो वर्तमान में जुर्स कंट्री में किराये के फ्लैट में रह रहा है, ने जुलाई 2024 में पीड़ित (मकान मालिक) व उसके रिश्तेदारों की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लगभग 3,70,000 रुपए हड़प लिए तथा नियुक्ति का भरोसा दिलाने के लिए लोक निर्माण विभाग चम्बा, लोक निर्माण विभाग देहरादून एवं मुख्यमंत्री उत्तराखंड के नोट पेड से वादी को समय-समय फर्जी नियुक्ति पत्र देता रहा।

प्रतीक ने बताया कि माह जानवरी में उसे ई-मेल आईडी से मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा जारी एक नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ जिसमें उसे दिनांक 24-02-2025 को पीडब्लूडी, चम्बा, टिहरी में अकाउंटेंट के पद पर नियुक्ति का आदेश था। नियुक्ति में जाने से पहले उसने लोक निर्माण विभाग, चंबा से जानकारी की गई तो प्राप्त नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया। इस पर उसने जब हिमांशु कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया तो आरोपी अपना मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर घर से फरार हो गया।

प्रतीक मदान की तहरीर के आधार पर पर थाना कनखल में हिमांशु कुमार के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की गई।

मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के नाम व लेटर पैड के फर्जी प्रयोग सहित सरकारी विभाग पीडब्लूडी चम्बा की फर्जी ई-मेल आईडी के माध्यम से कूटरचित नियुक्ति पत्र तैयार किए जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा टीमें गठित करते हुए जल्द से जल्द आरोपी को सलाखों के पीछे भेजने के निर्देश दिए गए।

आरोपी की तलाश में अलग-अलग संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही पुलिस टीम ने दिनांक 24-02-2025 को आरोपी हिमांशु कुमार पुत्र सुंदर लाल निवासी ग्राम क्वाटोली, कपकोट, बागेश्वर, वर्तमान निवासी जर्स कंट्री, ज्वालापुर को गुरुकुल कांगड़ी के पास से मोबाइल व कुछ फर्जी दस्तावेज के साथ दबोच लिया। पुलिस टीम ने आरोपी की निशानदेही पर जुर्स कंट्री स्थित फ्लैट से उसका पीसी, एक लेपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र, चम्बा लोक निर्माण विभाग व देहरादून लोक निर्माण विभाग की फर्जी मोहरें बरामद कीं। आरोपी के बैंक खातों की भी जानकारी की जा रही है।

पूछताछ के दौरान हिमांश्ुा कुमार ने बताया कि वह 2017 में पोस्ट ग्रेजुएशन करेन के बाद पीएचडी करने व नौकरी की तलाश में अपने गांव से हरिद्वार आ गया था। वर्ष 2017 से 2021 तक वह पीड़ित के कृष्णनागर स्थित घर पर किराये पर रहा। मकान मालिक व उसके परिजनों के अच्छे संबंध स्थापित होने पर आरोपी को पता चला कि प्रतीक मदान सरकारी नौकरी की तलाश में है। इस बात का फायदा उठाकर हिमांशु ने जुलाई 2024 में प्रतीक को अपनी व अपने दोस्त गौरव कुमार की उत्तराखंड शासन व मुख्यमंत्री कार्यालय में अच्छी जान पहचान का हवाला देते हुए प्रलोभन दिया कि वह सरकार द्वारा समय-समय पर बैकडोर से की जाने वाली कुछ पदों पर उसे, उसकी बहन, जीजा, चचेरे भाई, दोस्त आदि को सरकारी नौकरी लगा देगा। बैकडोर भर्ती के एवज में आरोपी ने उससे 3,70,000 रुपए एडवांस ले लिए।

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने मोटी रकम तो ले ली थी, लेकिन उत्तराखंड शासन में जान पहचान की बात झूठी होने के चलते जब शिकायतकर्ता और उसके रिश्तेदारों की काफी समय तक कोई नौकरी नहीं लगी और वह अपना पैसा वापस मांगने लगे तो आरोपी हिमांशु कुमार ने अपना शातिर दिमाग चलाया और इंप्रेशन जमाने के साथ ही गुमराह करने के मंसूबे से समय-समय पर मुख्यमंत्री के फर्जी लेटर पैड व पीडब्लूडी विभाग चम्बा कि फर्जी ई-मेल आईडी तैयार कर प्रतीक मदान को लेटर भेजता रहता था।

पुलिस टीम को आरोपी के मोबाइल से हाईकोर्ट नैनीताल की एडिट की हुई मोहर भी प्राप्त हुई जिसके संबंध में पूछने पर आरोपी ने बताया कि वह प्रतीक मदान व अन्य लोगो को पीडब्लूडी की फर्जी ईमेल आईडी से यह लैटर भेजने वाला था कि हाईकोर्ट नैनीताल ने कुछ समय के लिए बैक डोर नियुक्ति पर रोक लगा दी है, जिसमें आरोपी हाईकोर्ट की उक्त मोहर का प्रयोग करने वाला था।

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