उत्तरकाशी (महानाद) : एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ब्रह्मखाल-बड़कोट के बीच सुरंग धंसने के कारण जारी राहत एवं बचाव अभियान का निरीक्षण किया तथा घटनास्थल पर एसडीआरएफ टीमों को शीघ्रता से राहत एवं बचाव कार्यों को करने हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। कमांडेंट ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य और प्रभावी तौर पर किये जा रहे हैं।
बता दें कि 12 नवंबर की सुबह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा (सिलक्यारा की तरफ) अचानक टूट गया था। 40 मजदूर अन्दर फंसे होने की आशंका जताई गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर, आपातकालीन 108 व निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था की मशीनरी मौके पर पहुंचकर बोरवेलिंग व टनल खुलवाने का कार्य करने में जुट गई थी।
एसडीआरएफ के सेनानायक ने बताया कि एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें कल से ही टनल में राहत एवं बचाव कार्यों को समर्पित होकर कर रही है। फंसे हुए लोगों की हर तरीके से सहायता की जा रही है। एसडीआरएफ टीमें मौके पर कड़ी नजर बनाये हुए है। सुरंग में फंसे लोगों को शीघ्रातिशीघ्र रेस्क्यू करने हेतु रेस्क्यू ऑपरेशन गतिमान है।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन के माध्यम से उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल में फँसे श्रमिकों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रखें हैं। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें जल्द बाहर निकलने की पूरी कोशिश की जा रही है।
बता दें कि अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार मुख्यमंत्री धामी से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव भी सीएम धामी से बात कर चुके हैं। केंद्रीय एजेंसियां और एक्सपर्ट मौके पर मौजूद हैं।