अल्मोड़ा (महानाद) : उत्तराखंड में कई लोग बाहरी राज्यों से मेहनत मजदूरी करने आते है। ऐसे में इन मजबूरों का डाटा रखने के लिए अल्मोड़ा जिले में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिले में काम करने के लिए अब मजदूरों को नगरपालिका में पंजीकरण कराना होगा। अगर कोई मजदूर ऐसा नहीं करता है तो वह शहर में काम नहीं कर सकेगा। इसके लिए आदेश जारी किए गए है। बताया जा रहा है कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा ये निर्देश जारी किया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अल्मोड़ा में रोजगार के लिए हजारों मजदूर हर साल नेपाल बिहार सहित अन्य जगहों से आते हैं। यहां मजदूरों की आवश्यकता सामान को ढोने के लिए होती है। ऐसे में शहर में बाहरी राज्य या नेपाल से आने वालें मजदूरों को अब नगरपालिका में पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए मजदूर वर्ग के लोगों से 500 रुपये और मिस्त्री वर्ग के लोगों से 1000 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। वहीं राज्य में आने वाले लोगों का सत्पापन किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि सत्यापन नहीं करने वाले मकान मालिकों पर कार्रवाई की गई है। अब तक सैकड़ों मकान मालिकों से जुर्माना वसूला गया है। इसके साथ ही वह चेतावनी देते हैं कि अभी भी जो मजदूर जिले में आ रहे हैं, वह अपना सत्यापन करा लें, नहीं तो कार्यवाही की जाएगी। बताया जा रहा है कि शहर में आने वाले लोगों की सूची पुलिस के पास होगी, जिससे अपराधों पर नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। मजदूरों के पंजीकरण कराने से जहां नगरपालिका की आय बढ़ेगी तो वहीं अपराध पर भी अंकुश लगेगा।