भुवनेश्वर (महानाद) : ओडिशा में एक फर्जी डॉक्टर (Fraud Doctor) की दूसरी पत्नी को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि इस फर्जी डॉक्टर ने 18 शादियां (18 Marriage) की हैं और उसकी दूसरी पत्नी अन्य औरतों के साथ शादी करने और धोखाधड़ी करने में उसकी मदद करती थी।
बता दें कि 66 साल का रमेश चंद्र स्वैन ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक तटीय गांव का रहने वाला है। उसने 38 सालों में 7 राज्यों की 18 महिलाओं से खुद को सरकारी डॉक्टर बताकर शादी की और फिर महिलाओं से लाखों रुपये की धोखाधड़ी की।
पुलिस ने बताया कि स्वैन की दूसरी पत्नी पेशे से मेडिकल प्रैक्टिशनर है और उसे कथित तौर पर इस धोखाधड़ी में स्वैन की मदद करने के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। उसे मंगलवार को झारखंड से ओडिशा लाया जा रहा है।
गिरफ्तार महिला गुजरात के जामनगर में काम करती थी और 23 फरवरी को स्वैन की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रही थी। इससे पहले पुलिस ने एक और महिला को भी गिरफ्तार किया था जिसने स्वैन की बहन होने का दावा किया था। स्वैन की कथित बहन की गिरफ्तारी उसे कई महिलाओं के साथ शादी करने में और उन्हें धोखा देने में मदद करने के आरोप में की गई है। स्वैन से पूछताछ के दौरान पुलिस को इसमें उसकी दूसरी पत्नी की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली थी।
बता दें कि 5 बच्चों के बाप स्वैन ने पहली शादी सन 1982 में और दूसरी शादी सन 2002 में की थी। सन 2002 से 2020 के दौरान उसने मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए कई महिलाओं से संपर्क किया और उनके साथ वैवाहिक बंधन में बंध गया। पुलिस ने बताया कि वह ऐसी अधेड़ महिलाओं को अपना निशाना बनाता था जो मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर जीवनसाथी की तलाश कर रही होती थीं। शादी करने के बाद वह महिलाओं से पैसे हड़पता था और फिर उन्हें छोड़ कर चला जाता था।
स्वैन खुद को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत डिप्टी डायरेक्टर जनरल के तौर पर नियुक्त डॉक्टर बताता था। शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ एक मामला दर्ज किया था। जिसके बाद वह फरार हो गया था। उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी तब मिली जब दिल्ली की एक टीचर ने जुलाई 2021 में महिला थाने में स्वैन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिक्षिका ने कहा था कि स्वैन से उससे 2018 में शादी की थी और वह उसके साथ भुवनेश्वर में रहती थी।
पुलिस ने जब तहकीकात शुरु की तो स्वैन भुवनेश्वर से भाग गया और असम में अपनी एक और पत्नी के साथ रहने लगा था। लगभग 6 महीने बाद जब वह वापस अपने घर लौटा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।