2 करोड़ की फिरौती के चक्कर में दोस्तों ने की हत्या, कोविड लाश बताकर पीपीई किट पहनकर कर दिया दाह संस्कार

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आगरा (महानाद) : पुलिस ने 8 दिन पहले कोल्ड स्टोरेज स्वामी के इकलौते बेटे के अपहरण का खुलासा करते हुए 5 लोगों को गिर2तार कर लिया। मृतक के दोस्तों ने 2 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए उसका अपहरण किया और उसी दिन उसकी हत्या कर कोरोना मृतक बताकर श्मशान घाट में पीपीई किट पहनकर उसका दाह संस्कार कर दिया।
बता दें कि दयालबाग निवासी सुरेश चौहान कोल्ड स्टोर चलाते हैं। विगत 21 जून की रात्रि में उनका इकलौता बेटा सचिन लोअर टी-शर्ट पहन कर टहलने के लिए गया था। लेकिन फिर घर वापिस नहीं लौटा। काफी देर तक जब सचिन वापिस नहीं आया तो परिवार वालों ने आसपास में उसकी तलाश शुरु की। उसके दोस्तों को फोन किया, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला जिसके पश्चात न्यू आगरा थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
पुलिस ने अपहरण के एंगल से अपनी जांच शुरू की ही थी कि इस बीच बदमाशों ने फोन कर सचिन के पिता से दो करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की। जिसके बाद पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ भी सचिन के अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए एसटीएफ प्रभारी हुकुम सिंह ने बताया कि सचिन के अपहरण के मामले में रविवार की रात्रि कमलानगर निवासी हैप्पी खन्ना को पकड़ा गया और जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने सुमित असवानी, मनोज बंसल और रिंकू के साथ मिलकर रिंकू की कार से सचिन को घर के पास स उसको अपहरण किया था। सचिन उन्हें जानता था इसलिए उसने किसी प्रकार का विरोध नहीं किया इसके बाद कार में ही उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। सचिन के शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपियों ने कोरोना महामारी का फायदा उठाया और एक किट बैग में लाश को पैक कर पीपीई किट पहनकर बल्केश्वर शमशान घाट गए और वहां मौत का कारण कोविड बताकर तथा मृतक सचिन का नाम रवि वर्मा बताकर उसका अन्तिम संस्कार करवा दिया। पीपीई किट के कारण कोई उन्हें पहचान नहीं पाया वहीं कोरोना का नाम सुनकर कोई शव के पास भी नहीं आया।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि दयालबाग निवासी हर्ष चौहान, सचिन और उसके पिता सुरेश चौहान के साथ पार्टनरशिप में ठेकेदारी का काम करता था। कोरोना संक्रमण के दौरान काम ठप होने के कारण उसका काफी घाटा हो गया था। सचिन के ठेकेदार दोस्त सुमित असवानी का सचिन के ऊपर 40 लाख रुपये बकाया थे और काफी समय से मांगने पर भी उसे वापिस नहीं मिल रहे थे।
जिसके बाद हर्ष चौहान ने सुमित को अपहरण की साजिश में शामिल करते हुए उससे वादा किया कि सचिन के अपहरण के बाद वो मध्यस्थता करवाकर उसे 2 करोड़ रुपये की फिरौती दिलवा देगा। जिसमें से एक करोड़ रुपये उसका होगा और एक करोड़ वह उसे दे देगा। किसी कारण से यदि फिरौती की रकम नहीं मिली तो भी वह सुमित को उसका सचिन पर बकाया 40 लाख रुपया दे देगा। जिसके बाद सुमित ने अपने साथियों रिंकू, मनोज और हैप्पी के साथ मिलकर सचिन के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया।

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