शिशिर भटनागर
रामपुर (महानाद) : बेसिक शिक्षा विभाग ने लगभग 5 साल तक गैर हाजिर रहकर भी लगातार वेतन निकालने वाली टीचर से वसूली की कार्रवाई शुरु कर दी है। विभाग द्वारा उकत टीचर के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने के साथ-साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी बाराबंकी को उक्त टीचर से वेतन की रिकवरी कराने के लिए लिखा गया है।
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग की एक टीचर लगभग 62 माह तक गैर हाजिर रहने के बावजद बराबर अपना वेतन लेती रही। अधिकारियों औरटीचर की सांठगांठ का यह मामला अजीमनगर थाना क्षेत्र के सैदनगर ब्लाक के कुम्हरिया गांव के प्राथमिक स्कूल की एक टीचर प्रीति यादव का है।
प्रीति यादव नाम की एक शिक्षका की तैनाती लगभग 62 माह (2011 से 2015) तक रही। वह स्कूल से लगातार गैर हाजिर रही। पांच सालों में वह 1297 दिन गैर हाजिर रही। रजिस्ट्रर में उसे गैर हाजिर दिखाया गया है, लेकिन उसके वेतन का भुगतान कर दिया जाता रहा। मजे की बात यह है कि तत्कालीन बीएसए ने उसके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। एबीएसए ने भी वेतन जारी करने की संस्तुति नहीं की थी, इसके बाद भी वेतन जारी कर दिया गया।
मामले का खुलासा होने के बाद जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह के आदेश पर अजीमनगर थाने में खंड शिक्षाधिकारी प्रेम सिंह राणा की ओर से शिक्षिका के खिलाफ गबन करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शरू कर दी है। इस बीच अब बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रीति यादव द्वारा फर्जी तरीके से लिए गये वेतन की रिकवरी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बीएसए ऐश्वर्य लक्ष्मी ने इस मामले में कार्रवाई के लिए बाराबंकी के बीएसए को लिखा है। क्योंकि उक्त टीचर लंबे समय से बाराबंकी में ही तैनात है।