विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : काशीपुर में कांग्रेस को लगातार मिल रही हार के बाद 55 साल पुराने वरिष्ठ कांग्रेसी हरीश कुमार सिंह ने कांग्रेस को सीख देते हुए कहा कि सत्यता को कभी भूलना नहीं चाहिए और न ही उस ओर से आंखे बंद किए रहना चाहिए। किसी समय उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की काशीपुर विधानसभा की एक सबसे मजबूत सीट मानी जाती थी, यहां तक कि उत्तराखंड के निर्माण के समय पूरे प्रदेश में काशीपुर ही एकमात्र विधानसभा सीट कांग्रेस के पास थी और विधायक थे केसी सिंह बाबा।
हरीश सिंह ने कहा कि उसके बाद से काशीपुर में विधानसभा की सीट इतनी कमजोर हो गई कि जीतना तो दूर की बात रहा, नगर निगम की मेयर सीट व निगम में आधे पार्षदों की सीट निकलना भी मुश्किल हो गया और जो भी सीट मिल पाती है वह भी एक धर्म विशेष के उम्मीदवार ही जीत पाते हैं। इसके साथ ही यही हाल काशीपुर के देहात क्षेत्र का है।

हरीश सिंह ने कहा कि काशीपुर विधानसभा का पार्टी संगठन पूरी तरह से लगभग निष्क्रिय हालत में है। कांग्रेस हाई कमान इस और से आंखे बंद करे पड़ा है। ब्लॉक में तो संगठन पूरी तरह से निष्क्रिय है। उनकी न तो कोई मीटिंग होती हैं और न ही कोई कार्यक्रम। गुटबाजी चरम सीमा पर है। इसके बाद भी कांग्रेस हाईकमान इस और से पूरी तरह से निष्क्रिय है।
सिंह ने कहा कि यदि हाईकमान चाहता है तो उसे सक्रिय होना पड़ेगा अन्यथा आगामी पंचायत, ब्लॉक व जिला परिषद के साथ विधानसभा सीट के चुनावों पर विजय होने के बारे मे सोचना एक दीवा स्वप्न के समान होगा।
उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस में रहते हुए 55 साल हो गए। मैंने काशीपुर में कांग्रेस का इससे बुरा हाल नहीं देखा, जो वर्तमान में है। कांग्रेस हाई को इस और देखना होगा।