तो एक बाउंड्री वॉल के कारण गई थी दीपक मैंथा की जान? पार्टनरों पर लगे आरोप

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : एक महीने पहले भाजपा नेता एवं व्यापारी दीपक मैंथा की आत्महत्या के मामले में मृतक दीपक मैंथा के भाई उदित अग्रवाल ने आज पुलिस को तहरीर देकर उनके पार्टनरों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

शहर के कई गणमान्यों के साथ कोतवाली पहुंचे उदित अग्रवाल ने कोतवाल विक्रम राठौर को तहरीर देकर कहा कि उनके भाई दीपक अग्रवाल ने दिनांक 29.10.2024 की सुबह अपने लाइसेन्सी पिस्टल से घर में खुद को गोली मार ली थी जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गयी थी।

उन्होंने बताया कि उनके भाई दो पार्टनरों के साथ वर्ष 2010 से प्रोपर्टी का काम कर रहे थे, जिसमें एक कालोनी आम्रपाली व अन्य और व्यापार भी साथ कर रहे थे, जिस पर बैंक लोन और बाजार का भी कर्ज हो गया था। वर्ष 2021 में उसी कालाोनी में एक व्यक्ति को 5 प्लॉट बेचने का सौदा हुआ था, जिसके एवज में तीन रजिस्ट्रीयां दिनांक 21.05.2021, 9.06.2021 व 09.07.2021 को की गयी थीं।

उदित ने बताया कि सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में जब उक्त खरीदार अपने उपरोक्त प्लॉट की चार दीवारी करना शुरू कर रहे थे, तो उनके पार्टनरों ने उन्हें चार दीवारी करने से रोक दिया था। जिस पर उन्होंने दीपक अग्रवाल को इसकी जानकारी दी क्योंकि उक्त प्लॉट दीपक अग्रवाल द्वारा ही बेचे गये थे। जिस कारण उनके भाई स्व. दीपक अग्रवाल व उनके पार्टनरों में काफी तनातनी हो रही थी।

उदित ने बताया कि क्योंकि दीपक अग्रवाल शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति थे और प्रोपर्टी का कार्य सिर्फ जबान पर ही कर देते थे, इस पूरे प्रकरण से उनके भाई दीपक अग्रवाल काफी परेशान चल रहे थे और उन्होंने अपने पुत्र को दिनांक 30.09.2024 को फोन कर पूरी घटना के बारे में बताया था और कहा था कि उक्त मामला या तो दीवाली तक निपट जायेगा नहीं तो मेरे मरने के बाद निपटेगा, इसलिए तुम इस दीपावली पर घर जरूर आ जाना।

उदित ने बताया कि दिनांक 27.10.2024 को दीपक अग्रवाल का पुत्र दीपावली पर घर आया था तब भी उसके पिता द्वारा पूर्व में कही हुयी बात उससे दोहराई थी। उनके भाई दीपक अग्रवाल की मृत्यु के बाद से पूरा परिवार सदमे में था और सभी क्रियाऐं होने के बाद उन्हें पता चला कि उक्त मामले में उनके भाई ने एक मध्यस्थ के माध्यम से बातचीत करने के लिए दीपक अग्रवाल ने अपने पार्टनरों से बातचीत की लेकिन उनके द्वारा उसमें कोई सकारात्मक पहल न कर उन्हें (दीपक अग्रवाल) को बर्बाद करना व बदनाम करने की ठान ली थी और पार्टनरों द्वारा न तो चार दिवारी करने दी जा रही थी न ही प्लॉट बेचने दिये जा रहे थे जिस कारण उनके भाई दीपक अग्रवाल पर बाजार का दबाब काफी बढ़ गया था।

उदित ने बताया कि यह सब उनके भाई के पार्टनरों ने जान बूझकर दीपक अग्रवाल पर मानसिक दवाब बनाने के लिए किया जा रहा था। एक पार्टनर के आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण व इन दोनों पार्टनरों द्वारा बनाये गये मानसिक दबाव से उनके भाई दीपक अग्रवाल को मानसिक आघात पहुँचा व इन दोनों पार्टनरों द्वारा इतना परेशान किया गया कि उन्होंने आत्महत्या कर ली।

उदित अग्रवाल ने उसके भाई के दोनों पार्टनरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उदित अग्रवाल के साथ संदीप सहगल एडवोकेट, शक्ति अग्रवाल, सचिन पैगिया, प्रिंस अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल आदि मौजूद थे।

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