विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : सोमवार को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर श्याम मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल, कानूनगोयान में एक कवि सम्मेलन ‘एक काव्य संध्या सरस्वती माँ के नाम’ का आयोजन किया गया। काव्य संध्या के मुख्य अतिथि अन्तरराष्ट्रीय एथलीट चौधरी विजेन्द्र सिंह, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कवि डॉक्टर सुरेन्द्र शर्मा मधुर, श्याम मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल की प्रबन्धक शालिनी शर्मा, साहित्य दर्पण संस्था काशीपुर के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार कटियार, राजकीय प्राथमिक विद्यालय खरमासा, काशीपुर के प्रधानाध्यापक अमित कुमार शर्मा तथा ब्राह्मण समाज काशीपुर के अध्यक्ष सुभाष चंद्र शर्मा रहे। काव्य संध्या की अध्यक्षता वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने की। काव्य संध्या का संचालन कवि प्रतोष मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी आमंत्रित अतिथिगण द्वारा सयुंक्त रूप से माता सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
काव्य संध्या के आरम्भ में कवि प्रतोष मिश्रा ने सरस्वती वंदना माँ वाणी तेरे अर्चन को कुछ पुष्प मैं लाया हूँ , रूखी सूखी आधी रोटी का भोग लगाने आया हूँ, से किया।
कवि सोमपाल सिंह प्रजापति ने अपनी रचना शारदे वरदान दे माँ, लिखता रहूँ तेरी छाया में हरदम, गाता रहूँ तेरी छाया में हरदम, मुझको तू इतना वरदान दे माँ से सरस्वती, माता की वंदना की ।
कवि वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने अपनी रचना शराफत को मेरी कमजोरी न समझा जाये, मेरे हाथ में मशाल है, जला के राख कर दूंगा।
कवि कैलाश यादव ने है राम सिया हृदय में ऐसे पवन पुत्र हनुमान
कवि प्रतोष मिश्रा ने खेतों-खेतों पीला सगर, सखी बसंत फिर आया है।
कवि सुभाष चन्द्र शर्मा ने अब तक का जीवन था काँटे भरा
कवि जितेन्द्र कुमार कटियार ने नंगे पाँव चले जिस घर में, उसकी यादें बसी हैं मेरे दिल मे
कवि मुनेश शर्मा ने जीवन एक समागम है जिसमें न जाने कितने लोग मिलते हैं का वचन किया।
काव्य संध्या में कवि विनोद भगत, वीशू शर्मा, राजकुमार यादव, कैलाश चन्द्र प्रजापति, शिवांश गोले, जतिन यादव, तेजस्व गौड़, कर्तव्य गौड़ आदि उपस्थित रहे ।