रिम्पी बिष्ट
हल्द्वानी (महानाद) : भाजपा पार्षद तन्मय रावत की गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेताओं ने कोतवाली में जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया जो रात होते-होते और उग्र हो गया। कोतवाल को हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दी। मेयर जोगिंदर पाल सिंह रौतेला, दर्जा राज्यमंत्री तरुण बंसल, प्रदेश प्रवक्ता अनिल कपूर डब्बू सहित कई पार्षद और मंडल अध्यक्ष दिनभर कोतवाली में धरने पर डटे रहे।
प्रदर्शन कर रहे भाजपाइयों का सीधा आरोप था कि जब पार्षद अपनी जमानत के लिए कोर्ट जा रहा था तो उसे जबरदस्ती गिरफ्तार करने की क्या जरूरत थी। तन्मय रावत की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही भाजपाइयों का कोतवाली परिसर में तांता लग गया। देखते ही देखते मेयर सहित कई दिग्गज भाजपाई मौके पर पहुंच गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।
वहीं किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष कमल मुनि ने देर शाम मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क जाम कर दी उनके साथ दर्जनों भाजपाई भी सड़क पर बैठ गए। जमकर हो-हंगामा हुआ। पुलिस ने उठाने का प्रयास किया। लेकिन भाजपाई कोतवाल को हटाने की मांग पर अड़े रहे।
बता दें कि भाजपा पार्षद तन्मय रावत पर बृहस्पतिवार रात केमू रोड स्थित दिल्ली बिरयानी सेंटर पर तोडफोड़ व मारपीट के आरोप लगने पर पुलिस ने दुकानदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। आज दोपहर पार्षद तन्मय अपनी जमानत अर्जी लगाने के लिए जजी कोर्ट जा रहा था लेकिन इससे पहले ही पुलिस उसे पकड़ कर कोतवाली ले आई। सूचना मिलने पर मेयर जोगिन्दर सिंह रौतेला व अन्य भाजपाई भी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने पहले कोतवाल संजय कुमार से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधि पर दर्ज मुकदमे की धाराएं सात साल से कम की है। ऐसे में थाने से नोटिस देकर भी छोड़ा जा सकता था। मगर साजिशन भाजपा पार्षद को बदनाम करने के लिए पुलिस उसे अपराधियों की तरह पकड़ कर कोतवाली ले आई।
इस बीच समर्थकों के पहुंचने पर पहले से मौजूद भाजपाइयों का पारा भी चढ़ गया। जिसके बाद मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला व अन्य पदाधिकारी कोतवाली परिसर में ही धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कोतवाल को हटाने के लिए मेयर ने आइजी अजय रौतेला से फोन पर वार्ता भी की तथा आदेश जारी होने के बाद ही कोतवाली से उठने की बात भी कही। खबर लिखे जाने तक भाजपाई कोतवाली में जमे हुए थे।