कोटा (महानाद) : जवाहर नगर थाना पुलिस ने सर्राफा व्यापारियों से ठगी के आरोप में पति-पत्नी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों शातिर ठग यूपी के कानपुर के रहने वाले हैं। ये व्यापारियों को नकली हीरा बेचकर उसके बदले में सोने के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो जाते थे। विगत 6 फरवरी को तीनों ने मिलकर तलवंडी स्थित एक दुकान पर इसी तरह से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। ये लोग सर्राफा व्यापारी को हीरे की अंगूठी देकर उसके बदले सोने की दो चेन और चार सिक्के लेकर फरार हो गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से तीनों को गिरफ्तार कर इनके पास से 7 लाख 73 हजार का सोना व लगभग डेढ़ लाख रुपये बरामद किये हैं।
मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी अंकित जैन ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर किस्म के ठग हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए बड़ी दुकानों की जानकारी जुटाते और फिर योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। यें ठग इससे पहले एमपी के सतना, विदिशा, कटनी और ग्वालियर में भी ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। नजदीक होने की वजह से कोटा पहुंचकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगे। पूछताछ में इन्होंने बताया कि ये अब तक जिले की 4 दुकानों से ठगी कर चुके हैं।
गिरफ्तार किये गये मौहम्मद वसीक, गजाला मंसूरी पत्नी मौहम्मद वसीक और अनस अहमद वारदात में लग्जरी कार का उपयोग करते थे। पुलिस को इनके पास से तीन-तीन फर्जी आईडी भी मिली है। इनके पास अलग-अलग नाम के आधार कार्ड और वोटर कार्ड हैं। ये ठग किसी होटल में एक दिन से ज्यादा नहीं रुकते थे और फर्जी आईडी की मदद से रोज होटल बदल लेते थे।
ठगी की वारदात के दौरान ये नकली हीरे की अंगूठी का बिल व सर्टिफिकेट व्यापारी को दिखाते थे और दुकानदार को अहसास कराते थे कि हीरे की अंगूठी उन्हें सूट नहीं कर रही। ये नकली हीरा बेचकर पैसे नहीं मांगते थे। उसके बदले सोने के जेवरात लेते थे। पैसा कम पड़ने पर व्यापारी को ऊपर से पैसे भी देते थे।
तलवंडी में हुई वारदात के बाद पीड़ित ने 7 फरवरी को थाने में आकर शिकायत दी थी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। लग्जरी कार के नम्बरों के आधार थानों को सूचना दी। आरोपियों की लोकेशन घोड़े वाला बाबा चैराहा से गुमानपुरा के बीच मिली। इस पर गुमानपुरा एसएचओ ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों को धर दबोचा।