पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : जसपुर में एक बार फिर से ब्लैक फंगस के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं।
बता दें कि ब्लैक फंगस की पहली महिला मरीज मिलने के बाद अब क्षेत्र में एक मां-बेटे में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी के लिए रेफर किया है।
बता दें कि कल जसपुर के मुख्य स्वास्थ्य केंद्र में ग्राम कलियावाला निवासी एक 60 वर्षीय महिला तथा उसके 42 वर्षीय बेटे को जांच के बाद ब्लैक फंगस का संदिग्ध मरीज माना है। स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. आशु सिंघल ने बताया कि दोनों मरीजों की आंखों में जलन जैसी समस्या पैदा हो रही थी। उन्हें ब्लैक फंगस का संदिग्ध मामला मानते हुए एसटीएच हल्द्वानी को रेफर कर दिया।
सिंघल ने बताया कि दोनों मां-बेटे 1 माह पूर्व कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। आंखों में सूजन आने पर उन्हें स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर दोनों को एसटीएच हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया गया।
आपको बता दें कि इससे 1 दिन पूर्व यूपी बॉर्डर क्षेत्र के गांव भटपुरा निवासी 50 वर्षीय महिला रामवती को सिंघल नर्सिंग होम के डॉक्टर शैलेंद्र मोहन सिंघल ने मुंह में फंगस एवं आंखों के अंदर तथा बाहर सूजन होने के कारण ब्लैक फंगस का संदिग्ध बता कर एसपीएस हल्द्वानी को रेफर कर दिया था। महिला को शुगर की बीमारी थी तथा पूर्व में कोरोना संक्रमित रह चुकी थी। डॉक्टर शैलेंद्र मोहन सिंघल ने बताया कि ब्लैक फंगस नाक, मुंह के तलवा में संक्रमण, गालों में सूजन, आंख के अंदर और बाहर सूजन होने पर माना जा सकता है।
उन्होंने बताया कि संक्रमण दिमाग तक भी पहुंचता है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से साफ सफाई रखने, सैनिटाइजर का उपयोग करने, मास्क पहनने एवं उचित दूरी बनाकर रहने की सलाह दी है।