पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : पतरामपुर वन क्षेत्र से सटे अमानगढ़ के जंगल में एक नर हाथी का क्षत-विक्षत शव मिला है। वन विभाग के अधिकारी शव के चार-पांच दिन पुराना होने का दावा कर रहे हैं। वन अधिकारियों ने पड़ताल के बाद हाथी के दांतों को सुरक्षित कर शव को जंगल में ही दफना दिया है।
घटना पतरामपुर जंगल से अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज से सटे हुई क्षेत्र की है। इसके जसपुर कक्ष संख्या 16 में वन कर्मियों को एक नर हाथी का शव पड़ा मिला। शव में कीड़े पड़ गये थे। वन कर्मियों ने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पर मुख्य वन संरक्षक बरेली ललित कुमार वर्मा, वन संरक्षक मुरादाबाद विजय सिंह, डीएफओ बिजनौर डॉ. एम सेम्मारन, एसडीओ डॉ. हरि सिंह, अमानगढ़ वन क्षेत्र के रेंजर राकेश कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और शव का परीक्षण किया। शव पूरी तरह से गल चुका था।
आरवीआरआई बरेली से आए डॉ. करिकालन, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी सिंह, डॉ. धीरेंद्र सिंह की तीन सदस्यीय टीम ने हाथी का पोस्टमार्टम किया तथा हाथी दांत को सुरिक्षत कर शव को जंगल में गहरा गड्ढा खुदवाकर दफन करा दिया। डॉक्टरों की टीम हाथी के बिसरे को जांच के लिए बरेली ले गई।
रेंजर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि नर हाथी की आयु लगभग चार वर्ष है। इसके पिछले बाएं पैर में ट्यूमर था। इसके चलते यह ठीक से चल नहीं पा रहा था। उन्होंने आशंका व्यक्त जताई कि ट्यूमर और बीमारी के चलते हाथी की मृत्यु हुई होगी। उन्होंने बताया कि हाथी की मौत के सही कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।