सहारनपुर (महानाद) : पुलिस ने चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक कर 10000 फर्जी वोटर कार्ड बनाने के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच इंटेलीजेंस ब्यूरो सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सौंपी गई है। चुनाव आयोग की एक टीम भी सहारनपुर पहुंच गई है।
बता दें कि सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी के रहने वाला विपुल सैनी जन सुविधा केंद्र चलाता है। जिसमें लोगों के आईडी कार्ड, बैंक व सरकारी कार्यों से जुड़े कार्यों को किया जाता है। विपुल सैनी ने मध्य प्रदेश के हरदा के रहने वाले अपने दोस्त अरमान के साथ मिलकर तीन महीने के अंदर 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर आईडी कार्ड बना डाले। इस काम के लिए अरमान ही विपुल को पैसे देता था। उसके खाते में 60 लाख रुपए जमा हैं। विपुल ने डॉट प्रिंट की लिंक 600 रुपए में खारीदी और फर्जी वोटर कार्ड बनाने लगा। विपुल एक कार्ड बनाने के लिए 1 हजार रुपये वसूलता था।
बुधवार की रात को पुलिस ने मच्छराखेड़ी से विपुल सैनी को गिरफ्तार कर बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसने अपने दोस्त अरमान मलिक के कहने पर चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक की थी। अब तक वह 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड बना चुका है। वह विगत 3 महीने से भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर फर्जी कार्ड बना रहा था। पिछले 3 महीने में ही उसके खाते में 60 लाख रुपये जमा हुए हैं।
एसपी डॉ. एस चनप्पा ने बताया कि साइबर सेल ने भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरापेी ने चुनाव आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड बनाये हैं। मामले में उसके साथ मध्यप्रदेश निवासी अरमान मलिक का नाम सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है।