मेरठ (महानाद) : 4 दिन पहले हुई राहुल प्रकाश की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि एक आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी देहात केशव कुमार व सीओ उदय प्रताप सिंह ने बताया कि राहुल प्रकाश की हत्या 85 लाख रुपए के लालच में की गई थी। एसपी देहात ने बताया कि मवाना थाना क्षेत्र के कूड़ी गांव निवासी सुरेश पत्नी नरेश कुमार को अपने मायके की जमीन हिस्से में मिली थी। तीन साल पहले सुरेश ने उसमें से 26 बीघा जमीन 85 लाख रुपए में बेच कर पैसा अपने बैंक खाते में जमा करा दिया था। इसके बाद मां ने उस पैसे से 10 बीघा जमीन खरीदी जिसमें बड़े बेटे अनुज के नाम 6 बीघा और और राहुल के हिस्से में 4 बीघा जमीन की रजिस्ट्री करवा दी। इसी बात को लेकर पर बड़े बेटे अनुज और छोटे बेटे राहुल (28 वर्ष) में आपस में लड़ाई झगड़ा रहने लगा।
सीओ उदय प्रताप सिंह ने बताया कि मां ने बड़े भाई अनुज के नाम ज्यादा जमीन खरीदी थी। वहीं अनुज मां के खाते से आये दिन पैसे निकालता रहता था। जिस पर राहुल ने अपने हिस्से की जमीन बेचने की धमकी दी तो मां ने राहुल को 6 लाख रुपए और दे दिए। जिससे अनुज राहुल से चिढ़ गया और उसने अपने छोटे भाई की हत्या करने की ठान ली।
एसपी केशव कुमार ने बताया कि अनुज ने अपने दोस्त लव के साथ मिलकर मार्च 2021 में राहुल की हत्या करने की प्लानिंग बनाई। उसने राहुल को एक्सीडेंट कर मारने की प्लानिंग की लेकिन वह उसमें कामयाब नहीं हुआ। जिसके बाद 24 अक्टूबर 2021 को उसने राहुल के खाने में नशे की गोलियां मिला दीं जब वह बेहोश हो गया तो उसे खेत में ले जाकर गमछे से उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। 25 अक्टूबर को राहुल का शव खेत में पड़ा मिला। घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त गमछा, 4500 रुपए व स्कूटी की डिग्गी से अन्य कागजात बरामद किए।
जिनके आधार पर पुछताछ करती हुई अनुज के दोस्त लव गुप्ता तक पहुंच गई। जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने पैसों के लालच में आकर अनुज के कहने पर राहुल की हत्या की थी। अनुज ने इस काम के लिए उसे 2.5 लाख रुपये की सुपारी दी थी। उसने डेढ़ लाख रुपए एडवांस लिए थे। राहुल की हत्या में उसके दोस्त अविनाश उर्फ मुल्तान तथा बबीता ने उसका साथ दिया। बबीता ने खाना बना कर उसमें नशे की गोलियां मिलाई थीं। वहीं अनुज ने बताया कि उसका छोटे भाई राहुल की शादी नहीं हुई थी इसलिए वह उसे मारकर सारी जायदाद पर खुद काबिज होना चाहता था।
पुलिस ने राहुल की हत्या के मामले में मृतक राहुल के बड़े भाई अनुज पुत्र नरेश वर्मा निवासी कूड़ी कमालपुर, उसके दोस्त लव गुप्ता पुत्र प्रवीण निवासी काबली गेट मवाना तथा बबीता पत्नी संतू निवासी बी-ब्लॉक, हस्तिनापुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि इनका चौथा साथी अविनाश अभी फरार चल रहा है।