जन सेवा केन्द्र व स्वास्थ्य कर्मचारी का हो सकता है घालमेल
गोविन्द शर्मा
देवबंद (महानाद) : कोरोना महामारी से मानव जीवन को बचाने के लिए पूरा विश्व चिन्तित है। इस बीमारी से बचाव के लिए भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार ने प्रचार माध्यम सहित अनेक माध्यमों से जनता को जागरूक करने के लिए भरसक प्रयास किया है। लेकिन सरकार के इस जनहितैषी कार्य को असफल बनाने के लिए कुछ लोग धर्म की आड़ लेकर देश में अनेक भ्रांतियां फैलाकर विशाल टीकाकरण कार्यक्रम को असफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
चर्चा है, कि पिछले लम्बे समय से स्वास्थ्य विभाग के सीएचसी की डिस्पेंसरी का कर्मचारी जन सुविधा केन्द्र संचालकों के साथ मिलकर समाज विशेष के लोगों को बिना कोरोना टीका लगे ही प्रमाणपत्र उपलब्ध करा रहा है। यह एक बडा अपराध है। जिला प्रशासन को इस संबंध में सच्चाई जानने के बाद उन सब व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो-जो भी लोग इस राष्ट्रद्रोही कृत्य में शामिल है ।
उल्लेखनीय है कि नगर के दर्जनों मदरसों में नगर व क्षेत्र के छात्रों के अलावा कम से कम 10-15 हजार छात्र क्षेत्र से बाहर भारत, नेपाल, बांग्लादेश सहित अन्य देशों आकर धार्मिक शिक्षा का ज्ञान अर्जित करते हैं। यदि दारूल उलूम क्षेत्र में ऐसा हो रहा है तो यह एक बड़ा खतरा है। यदि समय रहते ऐसे लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो यह भारत ही नहीं देश के बाहर के मुल्कों के लिए भी बड़ा खतरा साबित होगा।
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डॉ. अजय त्यागी ने कहा कि हम जांच करायेंगें कि कौन व्यक्ति है जो देश के महामारी अधिनियम की अवहेलना कर रहा हं। ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी।