देवबंद सीट पर भाजपा की नैय्या डांवाडोल, बचा सकता है करिश्मा

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गोविन्द शर्मा
देवबंद (महानाद): भाजपा-सपा के संघर्ष में गुर्जर, जाट तथा नाराज ठाकुर जीत का समीकरण बिगाड़ सकते हैं। मुस्लिम वोट खुलकर सपा के पाले मे या भाजपा को हरा सकने वाले प्रत्याशी को मिलेगा।

देवबंद विधानसभा सीट को ठाकुर सीट के रूप में जाना जाता है। स्वतंत्रता के बाद से अधिकांश इस सीट पर ठाकुर प्रत्याशी ही विधायक बना है। इस बार स्थिति क्या रहती है यह स्थिति अभी स्पस्ट नहीं हुई है।

वर्तमान समय को देखते हुए जहां मुस्लिम समाज भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध जबरदस्त तरीके से लामबंद हो रहा है वहीं हिन्दू समाज में बिखराव है। हिन्दू समाज का बड़ा तबका चाहता है कि हर हाल में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होनी चाहिए। उनका मानना है कि भाजपा की योगी सरकार ने प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है। इतना ही नही गुंडा-माफियाओं को किनारे करके अमन चैन का साम्राज्य कायम किया है। जबकि विपक्षी पार्टियों के समर्थक भाजपा सरकार को नाकारा तथा साम्प्रदायिक सिद्ध करने में लगे हैं। सही मायने में देखा जाये तो आने वाले चुनाव को घुमा फिरा कर पक्ष और विपक्ष दोनों हिन्दू मुस्लिम करने में लगे हैं। ऐसी स्थिति में विपक्ष के पास महंगाई और भ्रष्टाचार के अलावा दूसरा कोई मुद्दा नहीं है। जबकि भाजपा के पास विकास, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन सहित कई जनहित की योजनाओं का बिना जाति धर्म के भेदभाव के उसका लाभ सबको देना है।

इस सबके बाद भी भाजपा को अपने लोगों से ही खतरा है। स्थानीय वर्तमान विधायक ब्रजेश सिंह से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है, जिसका प्रमुख कारण अपने क्षेत्र के लोगों की उपेक्षा, पार्टी में गुटबंदी और पार्टी को क्षेत्र में पहचान दिलाने वालों की उपेक्षा है। इसके अलावा राजपूत समाज का बड़ा वर्ग विधायक से नाराज है तो दूसरे जाट समाज किसान आन्दोलन के बाद से असंतुष्ट और गुर्जर भी राजा महिरभोज मामले को लेकर राजपूत समाज को अपना बड़ा विरोधी मान रहे हैं। इस प्रकार मुस्लिम-यादव तो एक मंच पर सपा में हैं ही दूसरे क्षेत्र में गुर्जर जाट के साथ नाराज भाजपा के लोग जिनमें बड़ी संख्या राजपूत समाज की है, वह भाजपा प्रत्याशी की नाव डुबोने के लिए तैयार हैं।

अब बात करते है भाजपा में मुस्लिम वोटों की, तो हो सकता है कि दो चार पर्सेन्ट वोट मिल जायें, मगर जो लोग भाजपा में दिखाई दे रहे हैं वह कल भाजपा के सत्ता से विमुख होने पर विपक्षी खेमे में ही नजर आयेंगे। ऐसी स्थिति में भाजपा की नैय्या देवबंद विधानसभा सीट पर डांवाडोल है और कोई चमत्कार ही भाजपा के उम्मीदवार को जिता सकता है, वर्ना हालात तो यही बयान कर रहे हैं। मतदाता वर्तमान में जागरूक हो चुका है और वह किसी के बहकावे में नहीं आता है।

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