विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आप प्रत्याशी दीपक बाली ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जनता से मिले प्यार की बदौलत वे चुनाव जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जीत के साथ ही काशीपुर का नवनिर्माण शुरु हो जायेगा।
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कल 14 फरवरी को वोट डाले जायेंगे। इसी को लेकर ‘महानाद’ के प्रधान सम्पादक विकास अग्रवाल ने आम आदमी पार्टी के विधायक प्रत्याशी दीपक बाली से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान दीपक बाली ने कहा कि काशीपुर की जनता से मिले प्यार की बदौलत वे चुनाव जीतने जा रहे हैं। बाली ने जनता पर विश्वास जताते हुए कहा कि इस बार जनता भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा के 20 साल के विनाश के खिलाफ मतदान कर उन्हें (दीपक बाली) काशीपुर के विकास का मौका देगी।
बाली ने बताया कि वे राज्य आंदोलनकारी हैं। राज्य निर्माण के लिए उन्होंने 17 दिन फतेहगढ़ जेल में बिताये हैं। मेरे जितने कितने युवाओं ने अपनी जवानी आंदोलन में झोंकी जिसके फलस्वरूप हमें उत्तराखंड राज्य मिला है। लेकिन भाजपा-कांग्रेस इसे हमारे सपनों का उत्तराखंड बनाने में नाकामयाब रही हैं। काशीपुर में भी जहां भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा के पिता विगत 20 वर्षों से विधायक हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र चंद के पिता भी 10 साल सांसद रहे हैं। लेकिन दोनों लोग मिलकर भी काशीपुर का विकास नहीं कर सके। काशीपुर से सूत मिल उजड़ गई। चीनी मिल उजड़ गई। उसके मजदूरों को उनकी तंख्वाह तक न मिल पाई लेकिन भाजपा-कांग्रेस के प्रतिनिधि चुपचाप बैठे देखते रहे। काशीपुर में सिडकुल की खाली पड़ी जमीनें उद्योग धंधों के लगने की बाट जोह रही हैं।
बाली ने कहा कि भाजपा कांग्रेस प्रत्याशी आईआईएम को काशीपुर में लाने को अपनी-अपनी उपलब्धि बताते हैं। लेकिन सही मायने में आईआईएम के आने से काशीपुर को इतना फायदाा मिला कि हम कह पाते हैं कि हमारे शहर में आईआईएम है। लेकिन उससे शहर की अर्थव्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो पाया है। यदि दोनों सांसद-विधायक मिलकर यहां उद्योग धंधे लाये होते, शुगर मिल लगवाई होती तो जहां शहर के युवाओं को रोजगार मिल रहा होता, वहीं शहर के व्यापारियों की अर्थव्यवस्था में भी सुधार आता।
बाली ने कहा कि शहर के जनप्रतिनिधियों ने डिग्री कॉलेज में छात्रों के लिए सीटें बढ़वाई होतीं तो लोगों को प्राइवेट शिक्षा के लिए अपनी जेबे ढीली न करनी पड़ती। सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनेजमेंट कॉलेज, लड़कियों के लिए इंटर कॉलेज बनवाये होते तो यहां के बच्चे पढ़कर काबिल बनते और राजगार पाते।
बाली ने कहा कि विधायक चाहते तो डबल इंजन का इस्तेमाल कर शहर में बन रहे दोनों ओवर ब्रिजों का निर्माण समय पर पूर्ण करवा सकते थे। शहर के दुकानदारों को बरसात में पानी भरने से होने वाले नुकसान से बचा सकते थे। हाईटेक रोडवेज बसअड्डा बनवा सकते थे। उसमें पार्किंग स्थल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनवा सकते थे। लेकिन जब जनता उन्हें बिना काम करे ही जिताती चली आई तो उन्हें काम की क्या जरूरत।
दीपक बाली ने कहा, लेकिन अब काम की राजनीति का समय आ गया है और जनता के प्यार व आशीर्वाद की बदौलत वे काशीपुर के विकास को नया आयाम देने का कार्य करेंगे।