आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : फैक्ट्रियों के प्रदूषण से जहां क्षेत्रीय ग्रामीण परेशान हैं वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कुंभकरण की नींद सोया हुआ है। भले ही ग्रामीण गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हो परंतु प्रदूषण बोर्ड नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत हरियावाला में एक फैक्ट्री द्वारा प्रदूषण फैलाने का मामला सामने आया है। टायर जलने की बदबू आने से परेशान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के काशीपुर कार्यालय में सौंप कर फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया कि एसएम इंटरप्राइजेज के नाम से हरियावाला ग्राम पंचायत में एक टायर प्लांट लगा हुआ है। जिसमें दिन-रात टायर बनाए जाते हैं एवं पुराने टायरों की मरम्मत का कार्य भी होता है। ग्रामीणों का आरोप है कि टायर फैक्ट्री में रात-दिन टायर जलाए जाते हैं जिससे निकलने वाले धुएं से क्षेत्र के ग्रामीणों में गंभीर बीमारियां हो रही है। ग्रामीणों ने टायर फैक्ट्री को बंद कराए जाने के लिए मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह टायर फैक्ट्री चलती रही तो ग्राम पंचायत में रहने वाले बच्चें एवं बुजुर्ग लोगों को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के कई लोग टीवी जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।
आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब ग्राम पंचायत से प्रदूषण से संबंधित आवाज उठाई गई हो। इससे पहले भी हरिया वाला चौक, इस्लाम नगर रोड पर स्थित पॉलिथीन बनाने वाली फैक्ट्री लगी हुई है। पॉलिथीन बैन है लेकिन पॉलिथीन बनाने की फैक्ट्री धड़ल्ले से चल रही हैै क्षेत्र में लोगों को पॉलिथीन जलने की बदबू भी आती है और इसकी शिकायत भी कई बार लोगों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, काशीपुर के अधिकारी से की है लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।