उत्तराखंडः मूसलाधार बारिश का दौर जारी, उफान पर नदियां, सड़के बाधित, जन जीवन अस्त व्यस्त…

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Uttarakhand Weather:  देहरादूनः उत्तराखंड में बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान सही साबित हुए।  देर रात से ही मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। नदियां उफान पर है। जगह-जगह से भूस्खलन की खबरें आ रही है। बदरीनाथ हाईवे (Badrinath Highway) रडांग बैंड और कंचनगंगा में भूस्‍खलन होने की वजह से बंद हो गया है। यात्रियों को बदरीनाथ में ही रोक दिया गया है। हाइवे और सड़के बाधित हो गई है। ऐसे में मौसम विभाग ने पहाड़ पर सफर करने से बचने का अलर्ट किया है। साथ ही सतर्क रहने की बात कहीं है।

 पुल ध्वस्त, कई जगह भूस्खलन

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भारी बारिश (Pithoragarh heavy rain) से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी थल मोटर मार्ग में बिर्थी के पास द्वालीगाड़ में पुल ध्वस्त हो गया है। पुल के अप्रोच नाले के तेज बहाव में क्षतिग्रस्त हो गये हैं और वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। तो वहीं देहरादून से सटे कालसी-चकराता मोटर मार्ग देर रात को हुई बारिश के बाद मडचील, असनाड़ी और जजरेड पर पहाड़ी से मलबा रोड पर आने से जगह-जगह बंद हो गया। हालांकि, करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रोड को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया। इस दौरान मार्ग के दोनों और वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

जगह-जगह जलभरा, घरों में घुसा पानी

बता दें कि राज्य के हर जिले से नैनीताल, हरिद्वार, देहरादून शहर और आसपास के इलाकों में मूसलाधार बरसात (haldwani heavy rain) हो रही है। जगह-जगह जलभराव की स्थिति और लोगों के घरों के भीतर तक पानी घुस गया है। वहीं नगर निगम (Municipal Corporation) के नाले और नहर सफाई के दावे फेल साबित हुए हैं। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं जलभराव होने से लोगों को आवाजाही करने में काफी परेशानी हो रही है।

सतर्क रहने की अपील, रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने नदी नालों के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है। विभाग ने पहले ही नैनीताल जिले में कहीं कहीं पर अत्यंत भारी व ऊधम सिंह नगर, चम्पावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताया था। नैनीताल के लिए रेड अलर्ट व अन्य जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा आगामी 24 घंटों में लो लाइन एरिया में जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए पर्वतीय जिलों में लैंड स्लाइडिंग की वजह से रास्ते बंद होने का भी अंदेशा है।