मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : विकासखंड के नये खंड शिक्षा अधिकारी हरेन्द्र शाह ने मंगलवार को सल्ट के 6 संकुल के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बुलाकर एक मीटिंग ली, जिसमें उन्होंने सभी को ये कड़े निर्देश दिए हैं कि सभी अध्यापक इस मानसून की स्थिति में विद्यालयों को समय से खोलेंगे, समय से बंद करेंगे और अपने अपने विद्यालयों में पूर्ण रूप से उपस्थित रहेंगे।
मामला कुछ दिन पहले धनगढ़ी नाले में कुछ शिक्षकों की गाड़ी के बहने से जुड़ा हुआ है। जिसके मीडिया में वायरल होने के बाद तूल पकड़ लिया है। सल्ट के ज्यादातर शिक्षक यहाँ स्कूलों में रामनगर, काशीपुर से दैनिक आवाजाही करते हैं। बरसातों में आपदा के कारण रास्तों के खराब हो जाने की वजह से समय पर स्कूलों में नहीं पहुंच पाते हैं और कई बार ऐसा भी होता है कि विद्यालय बंद ही रहता है जिसकी वजह से उस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता है। इस मामले में कुछ दिन पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह, पूर्व सैनिक व सरपंच घनानंद शर्मा, राज्य आंदोलनकारी मोहन चंद्र द्वारा खंड शिक्षा कार्यालय में तालाबंदी भी की गयी थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी अल्मोड़ा ने उप जिलाधिकारी सल्ट को जाँच के आदेश जारी किए। जिसको संज्ञान में लेते हुए उप जिलाधिकारी सल्ट गौरव पांडे और खंड शिक्षा अधिकारी हरेन्द्र शाह ने संयुक्त रूप से एक टीम बनाकर कई विद्यालयों में छापे मारे जिसमें कई विद्यालयों में शिक्षक बिना स्वीकृत की गई सीएल लगाकर स्कूलों से नदारद थे जबकि एक विद्यालय में ताला लगा मिला।
वहीं, मानसून को देखते हुए मुख्य सचिव ने आदेश जारी किए हैं कि 30 सितंबर से पहले किसी भी प्रकार का कोई अवकाश देय नहीं है।
खंड शिक्षा अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए कड़े शब्दों में ये निर्देश जारी किए हैं कि सभी अध्यापक विद्यालयों में उपस्थित रहेंगे और समय से विद्यालय आयेंगे और जाएंगे। उन्होंने कहा कि समय के अनुशासन से किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जाएगी समय पर ना पहुंचने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को मुख्यालय के दायरे में रहना आवश्यक है और नियम के अनुसार विद्यालय से 8 किलोमीटर के दायरे में रहना जरूरी है यदि कोई शिक्षक इस दायरे में नहीं रहेगा तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी उन्हें किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जाएगी।
प्राइमरी स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीन के प्रयोग पर उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा नीतिगत प्रक्रिया से आदेश जारी किए गए तो सभी प्राइमरी स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें लगायी जाएंगी।