सलीम अहमद
रामनगर (महानाद) : पुलिस ने 12 घंटों के अंदर भास्कर हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसके चार दोस्तों को
1. कौशल चिलवाल (21 वर्ष) पुत्र राजेन्द्र सिंह चिलवाल, शान्तिकुन्ज, लखनपुर, रामनगर, नैनीताल।
2. हर्षित कोहली (19 वर्ष) पुत्र श्याम लाल कोहली, सेवन इलेवन वाली गली, भवानीगंज, रामनगर।
3. अवधेश सिंह जीना (35 वर्ष) पुत्र शिव सिंह जीना, नैनीभनार बिन, पिथौरागढ़ हाल निवासी बाबू, खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, रामनगर तथा
4. अभि कश्यप (20 वर्ष) पुत्र सुनील कश्यप, हनुमान मन्दिर के पास, बम्बाघेर को गिरफ्तार कर लिया।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी जगदीश चंद्र ने बताया कि आज सुबह डायल 112 के माध्यम से सूचना मिली कि शिक्षा बोर्ड के आवासीय कालोनी में अवधेश सिंह जीना के सरकारी आवास में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। उक्त सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामनगर अरुण कुमार सैनी मय पुलिसबल के मौके पर पहुँचे तो मृतक की पहचान भास्कर पाण्डे के रूप में हुई।
एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया उक्त व्यक्ति की हत्या करना प्रतीत हुआ। जिस सम्बन्ध में मृतक के भाई उमेश चन्द्र पाण्डे द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर एफआईआर सं. 527/22 धारा 302 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना एसएसआई प्रेम राम विश्वकर्मा के सुपुर्द की गई।
उक्त घटना के अनावरण हेतु एसएसआई प्रेम राम विश्वकर्मा के नेतृत्व में तत्काल टीम का गठन कर अभियुक्तों की तलाश प्रारम्भ कर दी गई। शुरूआती जाँच में दिनांक 04.12-2022 को मृतक भास्कर पाण्डे को, अवधेश सिंह जीना, अभिजीत उर्फ अभि कश्यप, कौशल चिलवाल व हर्षित कोहली का पार्टी करना प्रकाश में आने पर तत्काल अभियुक्तों की तलाश प्रारम्भ की गई तथा उपरोक्त चारो कौशल चिलवाल, अवधेश सिंह जीना, हर्षित कोहली तथा अभिजीत उर्फ अभि कश्यप को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान चारों ने बताया कि कौशल चिलवाल व अवधेश जीना दोस्त हैं। अवधेश जीना के घर पर ही कौशल चिलवाल की मृतक भास्कर पाण्डे से दोस्ती हुई थी। कल 4.12.2022 को अवधेश सिंह जीना ने अभि व कौशल चिलवाल को फोन कर पार्टी करने व उसके शिक्षा बोर्ड वाले सरकारी आवास पर मटन लाने के लिए कहा तो कौशल चिलवाल अवधेश जीना के घर करीब 12.00 बजे दिन में 200 रुपये मटन तथा चावल लेकर आया।
जब कौशल चिलवाल अवधेश जीना के पास पहुंचा तो वहाँ हर्षित, भास्कर, अभिजीत उर्फ अभि कश्यप व अवधेश मौजूद थे। 1-2 घण्टे यहाँ रुकने के बाद कौशल चिलवाल व भास्कर पाण्डे स्कूटी से बाजार चले गए तथा भवानीगंज स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान से शराब लेकर आए तथा अभिजीत उर्फ अभि कश्यप व हर्षित अपने लिए बीयर लेकर आए, तब तक अवधेश जीना ने मटन बना लिया था। फिर सभी ने शराब पी तथा मटन खाया।
खाने पीने के बाद भास्कर पाण्डे और अवधेश में बहस होने लगी। भास्कर अपने घर को जा रहा था। मगर बहुत नशे में था इसलिए घर नहीं जा पाया। फिर अंधेरा होने के बाद अवधेश जीना, हर्षित, और अभिजीत उर्फ अभि कश्यप फिर बाजार गए और शराब की बोतल लेकर आए। इसी बीच कौशल चिलवाल 100 रुपये का चिकन लेकर आया। उसके बाद सभी ने पुनः शराब पीकर चिकन खाया। फिर भास्कर पाण्डे अवधेश जीना से अपनी स्कूटी की चाबी मांगने लगा और घर जाने की जिद करने लगा। इसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गयी और दोनों एक दूसरे को गाली देने लगे। तो अवधेश जीना ने कौशल चिलवाल और हर्षित से भास्कर को पीटने को कहा। जिस पर दोनो उसे पीटने लगे तो कड़ा भास्कर के सिर में लग गया जिससे उसके सिर से खून निकलने लगा।
जिस पर अभिजीत उर्फ अभि कश्यप ने भास्कर के सिर में हल्दी लगाकर पट्टी बाँध दी और उसे इलाज के लिए पूछा तो उसने मना कर दिया। उसके बाद भास्कर को बिस्तर में सुलाकर कौशल चिलवाल, अभिजीत उर्फ अभि कश्यप और हर्षित हर्षित की बाइक से तेलीपुरा रोड में चले गए। जहाँ तीनो ने फिर एक क्वार्टर शराब पी। इस दौरान अवधेश जीना का फोन लगातार हर्षित और कौशल के पास आ रहा था। फोन रिसीव करने पर जीना ने बताया कि जल्दी यहाँ आ जाओ नहीं तो भास्कर मुझे मार देगा। फिर तीनो वापस अवधेश जीना के आवास पर पहुँचे तो अवधेश और भास्कर दोनों एक दूसरे को गाली गलौज कर रहे थे।
उक्त तीनों को देखकर भास्कर उन्हें भी गाली देने लगा। फिर अवधेश जीना ने कहा कि भास्कर को पीटो, तो चारों मिलकर भास्कर को पीटने लगे। कौशल चप्पल से, बाकी लोग बैल्ट से पीट रहे थे। फिर कौशल ने पास में रखी आरी उठाकर भास्कर को गला काटने की धमकी दी, परन्तु वह नहीं माना और ज्यादा गुस्से में आकर लड़ने लगा। कौशल चिलवाल और हर्षित ने भारकर को पीटा तो भास्कर जमीन पर गिर गया जिससे उसके सिर में और चोट लग गयी थी। जिससे उसके सिर से खून बहने लग गया। था। फिर कौशल चिलवाल ने यहाँ रखे एक्सटेन्शन बोर्ड की तार को भास्कर के गले में लपेट दिया, हर्षित ने वहाँ रखी चमड़े की बेल्ट को उसके गले में लपेट दिया और चारों लोगों ने मिलकर भास्कर का गला घोट दिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
हर्षित ने भास्कर का मोबाइल ले लिया फिर अवधेश जीना ने कहा कि तुम तीनों यहाँ से चले जाओ। फिर तीनों अभिजीत कश्यप की बाईक से पहले पीरूमदारा गए। जाते समय उन्होंने भास्कर का फोन चिल्किया के रामलीला ग्राउण्ड से मेन हाईवे को जाने वाले रास्ते में गूल में फेंक दिया। फिर ये सब लोग पुनः पीरूमदारा से अवधेश के आवास पर वापस आए। जब इन लोगों को विश्वास हो गया कि भास्कर मर चुका है तो फिर तीनों कौशल चिलवाल, हर्षित व अभिजीत उर्फ अभि कश्यप अपने अपने घरों को वापस चले गए तथा अवधेश जीना वहीं अपने आवास के कमरे में सो गया। मौके से अभियुक्तों द्वारा हत्या में प्रयुक्त एक्सटेन्शन बोर्ड मय तार, चमड़े की बेल्ट, शराब की खाली बोतले, लोहे की आरी आदि बरामद किए गए। मृतक के मोबाइल की तलाश जारी है।
पुलिस टीम में कोतवाल अरुण कुमार सैनी, एसएसआई प्रेम राम विश्वकर्मा, एसआई मनोज अधिकारी, अनीश अहमद, कश्मीर सिंह, हे.कां. सुभाष चौधरी, कां. हेमन्त सिंह, महबूब आलम, प्रयाग कुमार, ललित आगरी, संजय सिंह, निर्मल सिंह, मौ. राशिद, संतोष सिंह, दिनेश गिरी, संजय दोसाद तथा राजीव कुमार शामिल थे।