विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने जुबैद आलम की मौत के मामले में उसके दो दोस्तों पर हत्या का मुकदिमा दर्ज किया है।
अलीगंज थाना भगतपुर, बुढानपुर, जिला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश निवासी मुसरत पत्नी मौहम्मद जान ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, काशीपुर की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर बताया कि वह एक गरीब विधवा महिला है। विगत 2.08.2022 की सुबह 9.30बजे उसका 25 साल का बेटा जुबैद आलम अंकुर शर्मा के साथ घर से उसकी मोटर साइकिल हीरो एचएफ डीलक्स से गया था, परन्तु वह शाम तक घर नहीं पहुंचा तो रात्रि में लगभग 10.45 बजे उसने अपने छोटे बेटे फरदीन के मोबाइल से जुबैद आलम को फोन किया तो जुबैद ने कहा कि अभी मैं काशीपुर में बाइक पर हूँ और अंकुर शर्मा के साथ हूँ और घर आ रहा हूँ।
मुसरत ने बताया कि उसका बेटा सुबह तक घर नहीं आया और सुबह के लगभग 7 बजे उसे फोन पर सूचना मिली कि तुम्हारा बेटा जुबैद आलम गोयल राईस मिल के पास, अलीगंज रोड, काशीपुर पर सड़क किनारे पड़ा हुआ है, उसे देख लो। सूचना पर जब वह अपने परिजनों के साथ मौके पर पहुंची तो देखा कि उसका बेटा जुबैद आलम मृत अवस्था में कच्चे में पड़ा था और बहुत बुरी स्थिति में था, जो देखा नहीं जा रहा था।
मुसरत ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे में अंकुर शर्मा से जानकारी ली तो उसने बताया कि उसने जुबैद को दोपहर के 2 बजे ग्राम पैगा के मोड़ पर छोड़ दिया था। लेकिन मुरादाबाद निवासी हारून पुत्र कलुवा ने बताया कि उसने और उसके भाई शानू घटना वाले दिन शाम के 8 बजे अंकुर शर्मा व जुबैद को ढकिया गुलाबो रोड, अलीगंज शराब की कैंटीन पर एक साथ देखा था।
मुसरत ने बताया कि विगत 28.07.2022 को शानू पुत्र फारुख ने उसके पुत्र जुबैद को बेतालघाट में काम पर किसी विवाद को लेकर हुए झगड़े में 8 दिन के अन्दर अन्दर जान से मारने की धमकी दी थी और मारपीट भी की थी। शानू व जुबैद बेतालघाट में एक साथ मजदूरी करते थे और धमकी की बात जुबैद ने अपने ताऊ से फोन पर बताई थी और अंकुर शर्मा व शानू दोनों दोस्त हैं, दोनों एक साथ शराब पीते और जुआ खेलते हैं इसलिए उसे शक है कि उसके पुत्र जुबैद की बॉडी जिस जगह पड़ी थी उस जगह के आस-पास खून का एक कतरा नहीं था और ना ही उसके पैरों में सैंडल थे, वह नंगे पैर था और सिर का मारा निकला पड़ा था, दोनों हाथों की कलाइयों पर नीले निशान थे जैसे किसी रस्सी से बांधा गया हो और दाहिना कंधा फ्रेक्चर था और डेडबॉडी सड़क से 7 फिट कच्चे की तरफ पड़ी थी और ना ही किसी गाड़ी के टायर के निशान थे। इसलिए उसे शक है कि अंकुर शर्मा व शानू ने उसके बेटे की हत्या कर शव घटनास्थल पर फेंक दिया है, जिससे उक्त घटना को सभी एक्सीडेन्ट समझें।
पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर अंकुर शर्मा व शानू के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।